जद-यू के भोज के मेनू में नॉनवेज भी
पटना
बिहार में सत्तारूढ़ जद-यू सोमवार को यह दिखाने की कोशिश करेगी कि किस तरह से राजपूत समुदाय के लोग पार्टी का समर्थन कर रहे हैं। जद-यू ने महाराणा प्रताप को सम्मानित करने के लिए पटना में राजपूत समुदाय की एक बड़ी रैली बुलाई है और बड़ी संख्या में लोगों के आने की उम्मीद है। इस बात को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने रैली के लिए दूर-दराज के जिलों से पटना आने वाले मेहमानों का विशेष स्वागत किया है और उन्हें चिकन, चावल, दो सब्जियां, दाल, सलाद, पापड़ और अचार आदि सहित पूरे मेनू भोजन की पेशकश की है।
पार्टी ने पटना में 20 स्थानों पर बड़ी रसोई स्थापित की है और उनमें से प्रत्येक चावल, दाल और सब्जियों के अलावा 600 किलो से अधिक चिकन पकाने की तैयारी कर रही है।
जद-यू एमएलसी और राजपूत चेहरा संजय सिंह इस कार्यक्रम के प्रभारी हैं, जो वीर चंद पटेल पथ स्थित जद-यू कार्यालय से सटे मिलर हाई स्कूल मैदान में आयोजित किया जाएगा।
भाजपा दावा कर रही है कि राजपूत रैली बुलाने के पीछे उसे चोट पहुंचाने के मकसद से समुदाय को उसका कोर वोटर माना जा रहा है। दूसरा उद्देश्य यह है कि राजपूत समुदाय नीतीश कुमार को समुदाय के नेता के रूप में स्वीकार करता है।
नीतीश कुमार ने हाल ही में गांधी मैदान के पास रेडियो स्टेशन गोलचक्कर में महाराणा प्रताप की एक बड़ी प्रतिमा का उद्घाटन किया, ताकि यह संदेश दिया जा सके कि उनकी पार्टी महान योद्धा और राजपूत समुदाय का सम्मान करती है।
जद-यू राजद को भी एक संदेश देना चाहता है, जो केवल मुसलमानों और यादवों के अपने मुख्य समर्थन समूहों के बजाय 'ए टू जेड' समर्थन की बात कर रहा है।