रोड एक्सीडेंट के बाद कोमा में गई स्वीटी ने जीती जिंदगी की जंग, 40 लाख जुटाकर हुआ इलाज
नोएडा
ग्रेटर नोएडा में हादसे का शिकार हुई इंजीनियरिंग की छात्रा स्वीटी जिंदगी की जंग जीतकर सोमवार को अस्पताल से घर लौट आईं। हालांकि, उसका अभी लंबा इलाज चलेगा। दोनों पैरों में छह जगह फ्रैक्चर होने के कारण डॉक्टरों ने चलने से मना किया है। स्वीटी नॉलेज पार्क के कॉलेज से बीटेक अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रही है। 31 दिसंबर की रात वह तीन साथियों के साथ अपने कमरे पर लौट रही थी। सेक्टर अल्फा दो बस स्टॉप के समीप तेज रफ्तार कार चालक ने इन्हें टक्कर मार दी और भाग गया। हालांकि, 15 दिन बाद आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। हादसे के बाद वहां से गुजर रहे कार सवार दंपत्ति ने सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया।
सिर में गंभीर चोट होने की वजह से स्वीटी कोमा में चली गई, जबकि बाकी तीनों छात्र-छात्राओं को कम चोट आई। डॉक्टरों ने स्वीटी के इलाज में मोटा खर्चा बताया। परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण उसके साथ पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं आगे आए और मदद के लिए मुहिम शुरू की।
40 लाख का जुटाया चंदा
छात्रों की मुहिम से स्वीटी का इलाज संभव हो सका है। करीब 40 लाख रुपए जनसहयोग से इकट्ठा हुए। इसमें गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह एवं पुलिस परिवार के सहयोग से 11 लाख रुपये और स्वीटी के कॉलेज की ओर से दिए गए एक लाख रुपये की मदद शामिल है। स्वीटी के भाई संतोष कुमार ने बताया कि लोगों की आर्थिक मदद और दुआओं ने स्वीटी की जान बचाई है। इलाज में अबतक 20 लाख रुपये खर्च हो चुके हैं।