अध्यक्ष वीडी शर्मा बोले- सांसद-विधायक नहीं नेता बनें ज्यादा महत्वाकांक्षा न रखें
भोपाल
बीजेपी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में मंगलवार को सांसद, विधायक के साथ सत्ता-संगठन में जिम्मेदारियां निभा रहे नेताओं को क्षेत्र के लोगों से पर्सनल संपर्क का निर्देश दिया गया। कार्यसमिति में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा प्रभारी मुरलीधर राव, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि सांसद-विधायक नहीं नेता बनें और ज्यादा महत्वाकांक्षा न रखें। क्षेत्र में संवाद के दौरान कम बोलें और ज्यादा सुनें तथा बूथ विस्तारीकरण अभियान में हर छोटी और बारीक जानकारी एकत्र करें।
प्रदेश भाजपा कार्यालय में मंगलवार को हुई प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में नवम्बर में होने वाले चुनाव के मद्देनजर उन 103 आकांक्षी विधानसभाओं को भी फोकस में रखा गया जहां पार्टी हारी हुई है और वहां कांग्रेस व अन्य दलों के विधायक हैं। इस बैठक में टिकट की दावेदारी के साथ संपर्क और प्रवास पर जोर देते हुए कहा गया कि मांगने से कुछ भी नहीं मिलता, काबिलियत से मिलता है। पद की चिंता मत करो, पद पार्टी अपने आप देगी। टिकट की चिंता मत करो, काम करो, पार्टी अपने आप टिकट देने आएगी। कुछ लोगों के नहीं, जनता के नेता बनो।
अबकी बार 200 पार का लक्ष्य
200 पार का लक्ष्य पाने के लिए घर-घर लोगों से संपर्क करें, ढोल बजाकर रैली निकालने से कुछ नहीं होगा। लोगों से बातचीत करें तो 60 प्रतिशत लोगों की बात को सुनें और 40 प्रतिशत बोलें। सभी नेता और कार्यकर्ताओं को अपने बूथ की बारीक से बारीक जानकारी होनी चाहिए। अगर जानकारी नहीं है तो इसका मतलब आपकी बूथ पर पकड़ कमजोर है और आप के कार्यकर्ता निष्क्रिय हैं। बूथ लेवल कमेटी, पन्ना प्रमुख और वोटर लिस्ट के पेज पर वर्क करें।
केंद्र और राज्य की योजनाओं को जनता तक पहुंचाएं
पार्टी नेता ज्यादा से ज्यादा प्रवास और दौरे के कार्यक्रम तय करें। जनता को केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों की जानकारी दें। लाभार्थी वर्ग से ज्यादा टच में रहा जाए। बैठक में राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक में पारित राजनीतिक और आर्थिक प्रस्तावों पर भी चर्चा हो रही है। इन्हें पारित करने के बाद जिला और मंडल स्तर पर कार्यसमिति की बैठकें इसी हफ्ते होंगी।
बैठक में लाभार्थियों से संवाद करने और पांच फरवरी से शुरू होने वाली भाजपा सरकार की विकास यात्रा में पूरी ताकत से जुटने के लिए भी कहा गया। साथ ही संत रविदास जयंती और अंबेडकर जयंती के साथ पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर होने वाले आजीवन सहयोग निधि के काम पर भी चर्चा हुई।