भोपाल, इंदौर और ग्वालियर में आज भी वर्षा के आसार
भोपाल
अलग-अलग स्थानों पर बनी चार मौसम प्रणालियों के असर से मौसम का मिजाज बिगड़ने लगा है। वातावरण में नमी बढ़ने के कारण प्रदेश के अधिकतर शहरों में बादल छा रहे हैं। कहीं-कहीं वर्षा भी हो रही है। इसी क्रम में बुधवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक ग्वालियर में 1.2, गुना में एक, रीवा में एक, जबलपुर में 0.4 मिलीमीटर वर्षा हुई। सतना, नौगांव एवं भोपाल में भी शाम के समय कहीं-कहीं बौछारें पड़ीं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक गुरुवार को भोपाल, ग्वालियर, चंबल, सागर, उज्जैन, इंदौर संभाग के जिलों में वर्षा हो सकती है। इन क्षेत्रों में सुबह के समय घना कोहरा भी छाने की संभावना है।
रात के तापमान में बढ़ोतरी
बादलों के कारण रात के तापमान में और बढ़ोतरी हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार को तापमान ग्वालियर संभाग में काफी बढ़ा। शेष संभागों में कोई विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। न्यूनतम तापमान भोपाल, रीवा, शहडोल, सागर, ग्वालियर और नर्मदापुरम संभाग में सामान्य से विशेष रूप से अधिक रहे। जबलपुर संभाग के जिलों में सामान्य से काफी अधिक एवं इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में सामान्य से अधिक रहे।
क्यों बदला मौसम
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में अफगानिस्तान और उससे लगे उत्तरी पाकिस्तान पर एक पश्चिमी विक्षोभ हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। इसके प्रभाव से राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बना है। पश्चिमी विदर्भ से लेकर पंजाब तक एक ट्रफ लाइन बनी है। इसके अतिरिक्त ओडिशा के पास एक प्रति चक्रवात भी मौजूद है। इन मौसम प्रणालियों के कारण हवा का रुख दक्षिणी एवं दक्षिण-पूर्वी बना हुआ है। हवाओं के साथ नमी आने के कारण बादल छा रहे हैं। साथ ही कहीं-कहीं वर्षा भी हो रही है। मौसम का इस तरह का मिजाज शुक्रवार तक बना रह सकता है।