iPhone के प्रोडक्शन को भारत में 25% तक बढ़ाएगी ऐपल, बेंगलुरु में लग रहा सबसे बड़ा प्लांट
बेंगलुरु
ऐपल (Apple) भारत में अपने मैन्युफैक्चरिंग बेस को बढ़ाने जा रही है। अब कंपनी का लक्ष्य भारत में अपने टोटल ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग को 25 पर्सेंट तक ले जाने का है। इसके लिए भारत सरकार भी अपनी ओर से 'पारदर्शी नीतियां और अनुकूल कारोबारी माहौल' दे रही है। ऐपल, भारत में पहले से ही लगभग 5-7 पर्सेंट आईफोन का मैन्युफैक्चरिंग करता है। यह बातें केन्द्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को एक उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कही।
'हमारे पास ट्रांसपेरेंट बिजनेस मॉडल'
गोयल ने भारत सरकार की पारदर्शी नीतियों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत सरकार अनुकूल कारोबारी माहौल दे रही है, जिससे ग्लोबल कंपनियों को भारत में मैन्युफैक्चरिंग बेस बढ़ाने में मदद मिल रही है। हमारे पास ट्रांसपेरेंट बिजनेस मॉडल है, जिससे ग्लोबल कंपनियों को भारत में अपने व्यापार को बढ़ाने में मदद मिलती है। इसके अलावा, उन्हें भारत सरकार की ओर से शुरू की गई कई योजनोओं का लाभ भी मिल रहा है।
सैमसंग को पछाड़ कर आगे निकली ऐपल
ऐपल ने भारत में अपने नए और पुराने आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग को तेज कर दिया है। ऐपल पहली ऐसी विदेशी कंपनी बन गई है, जिसने एक महीने में एक बिलियन डॉलर यानी 8,100 करोड़ रुपये के आईफोन का एक्सपोर्ट किया है। सरकारी सुत्रों के अनुसार ऐपल ने भारत से एक्सपोर्ट के मामले में अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सैमसंग को पछाड़ दिया है। बता दें कि पिछले कुछ सालों में ऐपल ने चीन की बजाय भारत में अपनी मैन्युफैक्चरिंग की निर्भरता को बढ़ाया है।
बेंगलुरु में लग रहा ऐपल का सबसे बड़ा प्लांट
ऐपल के आईफोन अब मेड इन इंडिया भी बन रहे हैं। इसका सबसे बड़ा प्लांट बेंगलुरु में लगाया जा रहा है। भारत में कंपनी के लिए आईफोन बनाने का काम फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन और पेगाट्रॉन करती है। ऐपल भारत में अपने आईफोन मॉडल iPhone 12, iPhone 13, iPhone 14 और iPhone 14 प्लस का मैन्युफैक्चरिंग करती है। ऐपल को भारत सरकार के 'मेक इन इंडिया' अभियान से जुड़ी योजनाओं का भी फायदा मिल रहा है।