पाकिस्तान में अज्ञात गैस मचा रही भीषण कहर, कराची में अब तक 16 लोगों की मौत, चीन का कनेक्शन
पाकिस्तान
पाकिस्तान में जहरीली गैस ने जमकर कहर बरपा रहा है और पाकिस्तानी अधिकारियों ने गुरुवार रात कहा है, कि "जहरीली गैस" में सांस लेने के बाद दो सप्ताह के भीतर महानगर के केमारी में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई है। सबसे आश्चर्यजनक बात ये है, कि लोगों की एक के बाद एक मौत होते जा रही है, लेकिन पाकिस्तान के अधिकारी पता नहीं लगा पा रहे हैं, कि क्या मौत जहरीली गैस की वजह से हो रही है, या वजह कुछ है?
जहरीली गैस मचा रहा कहर
कराची के स्वास्थ्य सेवा निदेशक डॉ ए हमीद जुमानी ने कहा है, कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि क्षेत्र में रसायनों की मौजूदगी के कारण सांस लेने में लोगों को तकलीफ हो रही है। कथित जहरीली गैस के रिसाव से हुई मौतों की ताजा घटना शहर के कराची बंदरगाह से सटे इलाके केमरी के अली मुहम्मद गोथ में हुई है, लिहाजा, आशंका जताई जा रही है, कि क्या इस जहरीली गैस का कराची बंदरगाह से तो कोई लेना-देना नहीं है, जिसे चीन ने बनवाया है। वहीं, जियो न्यूज से बातचीत में जिला स्वास्थ्य अधिकारी (डीएचओ) डॉ मुहम्मद आरिफ ने बताया है, कि 10 से 25 जनवरी के बीच 18-50 साल की उम्र के कई लोगों की मौत की सूचना मिली है, हालांकि किसी भी मृतक का पोस्टमार्टम नहीं किया गया था। लिहाजा, सवाल उठ रहे हैं, कि अगर लोगों की इस तरह से मौत हो रही है, तो फिर उनके मौत की जांच क्यों नहीं की जा रही है? आखिर शवों का पोस्टमार्टम क्यों नहीं किया गया है?
मौत की वजह बेहद संदिग्ध
स्थानीय अधिकारियों का कहना है, कि इस क्षेत्र में तेल, ग्रीस और कच्चे लोहे के कारखाने चलते हैं, जो संभवतः लोगों के बीच श्वसन विफलता का कारण हो सकता है, जिससे उनकी मृत्यु हो सकती है, लेकिन इस बात के भी कोई संकेत नहीं मिले हैं। वहीं, डीएचओ डॉ मुहम्मद आरिफ ने कहा है, कि "अत्यधिक वायु प्रदूषण के कारण क्षेत्र के लोगों को सांस लेने में समस्या का सामना करना पड़ रहा है और लोग पास के स्वास्थ्य देखभाल केंद्रों में जाने से भी परहेज करते हैं"। उन्होंने यह भी कहा, कि 6 जनवरी को दो नए कारखाने, जो पत्थरों से लोहा निकालते हैं, वो क्षेत्र में स्थापित किए गए थे। आरिफ ने कहा कि "शुक्रवार को चेस्ट एक्स-रे सहित मोबाइल मेडिकल यूनिट को क्षेत्र में लाया जाएगा। केवल 50 से 100 लोगों के एक्स-रे से स्थिति को नहीं समझा जा सकता है"। वहीं, केमरी के उपायुक्त (डीसी) मुख्तियार अली अब्रो ने जियो न्यूज को बताया कि इलाके में मौतों की खबर मिलने के बाद एक मोबाइल लैब और डॉक्टरों की एक टीम भेजी गई।
क्या भीषण प्रदूषण है मौत की वजह?
स्थानीय प्रशासन का कहना है, कि "ये मौतें घरों में चलने वाली छोटी फैक्ट्रियों में धुएं और रसायन के कारण हो सकती हैं। उन फैक्ट्रियों से निकलने वाले धुएं और रसायनों के संबंध में भी जांच चल रही है।" केमरी डीसी ने आगे यह भी कहा, कि मौतों का अंतिम कारण लैब की रिपोर्ट के बाद सामने आएगा, लेकिन फिलहाल "तीन कारखानों को सील कर दिया गया है, और चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।"