रामचरितमानस विवाद: स्वामी प्रसाद मौर्य पर भड़के अयोध्या के संत, कहा- सिर कलम करने वाले को 500 का इनाम
अयोध्या
अयोध्या के संत जगद्गुरु परमहंस ने शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ रामचरितमानस पर उनकी टिप्पणी को लेकर तत्काल कार्रवाई की मांग की है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि मौर्य का सिर लाने वाले को 500 रुपये का इनाम देंगे, क्योंकि यह सपा नेता की यही स्टेटस है। आपको बता दें कि ओबीसी नेता मौर्य ने तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए आरोप लगाया था कि इसमें दलितों और महिलाओं का अपमान किया गया है।
सपा नेता ने कहा था, "मुझे रामचरितमानस से कोई समस्या नहीं है, लेकिन इसके कुछ हिस्सों में विशेष जातियों और संप्रदायों पर अपमानजनक टिप्पणियां और कटाक्ष हैं। उन्हें हटा दिया जाना चाहिए।" स्वामी प्रसाद मौर्य ने आगे दावा किया कि तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस में दलित समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले शब्द हैं।
एएनआई से बात करते हुए परमहंस ने कहा, "एक नेता के लिए सभी धर्म समान हैं। रामचरितमण पर उनके बयान से देश भर के लोग परेशान हैं, खासकर महिलाएं और दलित। रामचरितमानस में महिलाओं और दलितों का सम्मान किया गया है। सभी बेटियों और माताओं का सम्मान किया गया है। वे उनके बयान से दुखी हैं।''
उन्होंने कहा, "दलित स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करेगा। अगर स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है तो मैं उनका सिर लाने वाले को 500 रुपये, जीभ लाने वाले को 300 रुपये और नाक काटकर लाने वाले को 200 रुपये दूंगा। क्योंकि उनका यही स्टेटस है।"
रामजन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा, 'अखिलेश यादव के समर्थन के कारण उनकी ऐसी बातें बोलने का साहस बढ़ रहा है। बीएसपी और बीजेपी में रहते हुए उन्होंने कभी इस तरह की बातें नहीं कीं। एसपी और बीएसपी में रहते हुए उन्हें कभी भी ऐसी बातें बोलने की आजादी नहीं दी गई। वह पागल कुत्ता बन गए हैं।"