प्रयागराज में लापता मासूम का शव मिला, रिश्ते के चाचा ने किडनैप कर बेरहमी से कर दिया कत्ल
प्रयागराज
प्रयागराज के घूरपुर थाना क्षेत्र के बाबूपुर गांव में पिछले हफ्ते शनिवार की रात से लापता मासूम का शव मिल गया है। रिश्ते के चाचा ने ही अपने एक साथी के साथ रुपयों की खातिर रिश्तेदार की कार से नमन को बहला फुसलाकर कर अगवा किया था और उसी रात में ही गला दबाकर हत्या करने के बाद नैनी क्षेत्र के सड़वा कांपलेक्स के पीछे की गटर में शव को छिपा दिया। घूरपुर थाना प्रभारी अश्वनी कुमार ने बताया कि मासूम नमन के पिता राजेश सिंह बिजली विभाग में कर्मचारी हैं। उनकी तहरीर पर दर्ज मुकदमे के आधार पर पुलिस अपनी जांच कर रही थी। लेकिन कुछ सुराग मिल नहीं रहा था। फिर पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की पड़ताल शुरू की तो एक सिल्वर रंग की कार आते जाते दिखाई दी।
जिसके आधार पर पुलिस ने घटना के दिन वाली रात को जिस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए परिवार के साथ नमन गया था उन लोगों से जानकारी जुटानी शुरू की उस दिन कार से कौन आया था। पुलिस को पता चला कि कार से नमन का रिश्ते में लगने वाला चाचा विकास सिंह उर्फ विक्की पुत्र विजय सिंह व उसका साथी संजू निवासी नैनी आए थे। इतनी जानकारी मिलते ही पुलिस ने शुक्रवार के दिन विकास उर्फ विक्की को उठा लिया और थाने ले आकर पूछतांछ की तो परत दर परत घटना की सारी हकीकत खुल गई।
प्रभारी अश्वनी कुमार ने बताया कि विगत शनिवार की रात नमन अपने परिजनों के साथ ही एक जन्म दिन समारोह कार्यक्रम में गया था। कार्यक्रम चल ही रहा था कि इसी बीच आरोपी विकास जो नमन का रिश्ते में चाचा लगता था कुछ रुपयों की लालच देकर कार में बैठाकर घुमाने की बात कही। नमन कार के पास पहुंचा और कार में जैसे ही बैठा विकास अपने साथी संजू के साथ नमन को औद्योगिक थाना क्षेत्र के सड़वा गांव स्थित संडवा कॉम्लेक्स के पीछे ले गया। उसी कमलेक्स के एक कमरे में संजू की मां जो बिजली विभाग की चतुर्थ श्रेणी की कर्मचारी है रहती थी।
नमन को अगवा करने के बाद विक्की की योजना तो उसके पिता से लाखों रुपयों की फिरौती की थी लेकिन, उसकी सारी योजना ही फेल होने लगी। उसे लगा कि यदि नमन को जिंदा छोड़ता है तो नमन घर जाकर सारी बात बता देगा और वह फंस जाएगा। पुलिस से बचने के लिए उसने तत्काल योजना बनाया और साथी संजू के साथ मिलकर मफलर से गला घोंटकर मासूम नमन की हत्या कर शव को गटर में डालकर छिपा दिया।
तलाश में भी आरोपी विक्की दे रहा था पुलिस का सहयोग
गुमशुदगी दर्ज करने के बाद पुलिस जांच में जुटी और गांव के हर व्यक्ति के बारे में जानकारी नमन के पिता से ली। जिस पर राजेश ने किसी रंजिश से इनकार किया। थाना प्रभारी ने पीड़ित पिता से कहा कि कहीं इसमें विक्की की कोई भूमिका तो नहीं है तो उसने कहा था विक्की मेरा भाई लगता है वह ऐसा नही कर सकता।
सीसीटीवी फुटेज से हुआ खुलासा
पुलिस ने जब इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज एकत्र की तो इसी बीच पुलिस को एक कार की फुटेज दिखी। इसी से पूरा मामला खुल गया।