5 फरवरी से 25 फरवरी तक चलेगी विकास यात्रा
जनकल्याण के लिए चलाई जा रही विकास यात्रा
रीवा
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने गत दिवस वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से सांसद, विधायक, महापौर, अध्यक्ष, जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सदस्य, सरपंच, उप सरपंच, पंच, कमिश्नर, कलेक्टर, नगर पालिक निगम के आयुक्त, जिला पंचायत के सीईओ से सीधा संवाद करते हुए कहा कि 5 फरवरी को रविदास जयंती के दिन से 25 फरवरी तक ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में विकास यात्रा चलायी जायेगी। उन्होंने कहा कि विकास यात्रा के साथ विकास पताकाएें एवं विकास रथ भी चलेगा। उन्होंने कहा कि जनता की बेहतर सेवक एवं जनता के सुख उन्हें हितग्राहीमूलक योजनाओं का लाभ देने के उद्देश्य से विकास यात्रा चलायी जायेगी। विकास के महायज्ञ के दौरान जनकल्याण करना है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 66 हजार करोड़ रूपये की सिंचाई योजनाएं, 56 हजार करोड़ रूपये की नल जल योजनाएं एवं 50 हजार करोड़ रूपये के सड़क के काम चल रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास यात्रा के पूर्व कलेक्टर, प्रभारी मंत्री से चर्चा कर यात्रा के रूट का निर्धारण कर लें। वे यात्रा के लिए व्यावहारिक रूट बनाये। विकास यात्रा के दौरान विकास के कामों का लोकार्पण एवं शिलान्यास करना है। जनता को अब तक हुए विकास कार्यों की जानकारी देनी है। प्रत्येक ग्राम पंचायत में अब तक हुए कामों की लागत एवं कार्य की सूची पंचायत कार्यालय में चस्पा की जाय। यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के अन्तर्गत जिन हितग्राहियों के नाम जोड़े गये हैं उनको स्वीकृत पत्र वितरित किये जाय। यात्रा के दौरान हितग्राहियों का सम्मेलन करें। यात्रा के एक दिन पूर्व हितग्राहियों को यात्रा के संबंध में सूचना दें ताकि वे यात्रा में आ सके। यदि कोई पात्र हितग्राही योजना के लाभ से वंचित है तो उसकी सूची तैयार कर उसे लाभांवित करना है। मानवीय आधार पर तत्काल छूटे हुए हितग्राहियों के नाम जोड़े जाय।
ग्रामीणों को लगना चाहिए कि हमारी सेवा के लिए अधिकारी यात्रा में आये हैं। योजनाओं के अन्तर्गत हितग्राहियों को हितलाभ वितरित किये जाय। विकास यात्रा में ग्रामों में लाडली लक्ष्मी का सम्मेलन करें, स्वसहायता समूहों से संवाद करें। उन्होंने कहा कि विकास यात्रा को पूरी गंभीरता से लिया जाय और यात्रा के दौरान एक-एक ग्राम को दो-दो घंटे देकर प्रत्येक व्यक्ति से संवाद करें। विधायक, सांसद, महापौर, जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, जनपद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सदस्य, सरपंच, उप सरपंच, पंच जनता से सीधे संवाद करें।
यात्रा के दौरान आंगनवाड़ी, स्कूल, आश्रम शाला एवं छात्रावास में जाकर देखें कि संस्थाएं ठीक चल रही हैं कि नहीं। ग्रामीणों को किये गये कामों की जानकारी दें। कोविड के दौरान निराश्रित बच्चों की सूची बनाकर तथा निराश्रित बच्चों की सूची बनाकर उनकी हर संभव मदद करें। यात्रा के दौरान देखें कि योजनाओं के लाभ से ग्रामीणों के जीवन में परिवर्तन आया है कि नही इसका वीडियो बनाये और सफलता की कहानी बनाये। जहां रात को समय मिले वहां भजन, नाटक, रामायण का आयोजन करें तथा ग्रामीणों को नशामुक्ति अभियान के लिए, स्वच्छता के लिए, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की जानकारी दें तथा लोक प्रिय खेल एवं गतिविधियां आयोजित करें। एक जिला एक उत्पाद की क्या स्थिति है, स्वसहायता समूहों के सदस्यों द्वारा तैयार उत्पाद बिक रहा है कि नही यह भी देखें।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के विकास यात्रा के लिए जिला पंचायत के सीईओ, नगरीय क्षेत्र में विकास यात्रा के लिए नगर पालिक निगम के आयुक्त एवं कलेक्टर विकास यात्रा को चलाये। प्रभारी मंत्री से संवाद कर कलेक्टर विकास यात्रा की कार्ययोजना बनाये। हमारा उद्देश्य है कि विकास एवं जनकल्याण को नई ऊचाईयों पर ले जाना है यह आम जन का जीवन बदलने का अभियान है।
वीडियो कान्फ्रेसिंग में जिला पंचायत अध्यक्ष नीता कोल, कमिश्नर अनिल सुचारी, कलेक्टर मनोज पुष्प, नगर पालिक निगम के आयुक्त मृणाल मीणा, जिला पंचायत सीईओ स्वप्निल वानखेड़े, संयुक्त संचालक अनिल दुबे, उप संचालक सतीश निगम सहित अधिकारी उपस्थित थे।