मुगल गार्डन का नाम बदलने पर बोले BJP नेता Suvendu, मुगलों के प्रतीकों को ‘उखाड़ कर फेंक’ देना चाहिए
नई दिल्ली
प्रसिद्ध मुगल गार्डन (Mughal Garden) नाम बदलकर 'अमृत उद्यान' कर दिया गया है। मुगल गार्डन का नाम बदलने के फैसले को BJP के कई नेताओं ने ऐतिहासिक बताते हुए इसका स्वागत किया है। तो वहीं, पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंद्र अधिकारी ने कहा, 'मुगलों के नाम और प्रतीकों को 'उखाड़ कर फेंक' दिया जाना चाहिए।' शुभेंद्र अधिकारी ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, 'इन्होंने इतने हिंदुओं का कत्ल किया, इतने मंदिरों को नष्ट किया। केवल मुगल गार्डन ही नहीं, बल्कि पूरे देश से इनका नाम हटा देना चाहिए।' अधिकारी ने बोलते हुए कहा, 'अगर BJP सरकार बंगाल में सत्ता में आई तो 1 सप्ताह में अंग्रेजों और मुगलों का नाम हटा देगी।' कहा कि मुगल गार्डन का नाम बदलना यह दिखाता है कि भारत गुलामी की मानसिकता से बाहर निकल रहा है।
वहीं, त्रिपुरा चुनाव को लेकर शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि त्रिपुरा में टीएमसी की स्थिति गोवा से भी खराब होगी। वहां टीएमसी के जितने भी उम्मीदवार होंगे, उन सभी की जमानत जब्त हो जाएगी। वहां लड़ाई केवल भाजपा और CPM-कांग्रेस गठबंधन के बीच रहेगी। इतिहास हुआ मुगल गार्डन मुगल गार्डन अब अमृत उद्यान के नाम से जाना जाएगा। राष्ट्रपति भवन में स्थित लगभग 106 साल पुराना मुगल गार्डन का नाम अमृत महोत्सव के मद्देनगर बदल दिया है। ये गार्डन अपनी खूबसूरती के लिए दुनियाभर में फेमस है, जिसे देखने हर साल हजारों लोग राष्ट्रपति भवन पहुंचते हैं। वहीं सरकार के इस फैसले से सियासत भी गर्मा गई है।
31 जनवरी से 26 मार्च तक कर सकेंगे दीदार आज यानी रविवार 29 जनवरी को राष्ट्रपति अमृत उद्यान का उद्घाटन करेंगी। राष्ट्रपति द्वारा उद्घाटन के बाद अमृत गार्डन आम जनता के लिए 31 जनवरी से लेकर 30 मार्च तक खोल दिया जाएगा। लोग दो महीने तक इसका दीदार कर सकेगी। राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि आमतौर पर गार्डन एक महीने के लिए खुलता है, लेकिन इस बार इसके समय को बढ़ाया गया है।