अयोध्या में रामनवमी से पहले तैयार हो जाएगा जन्मभूमि पथ, डेडलाइन पर काम होगा पूरा
अयोध्या
विजन डाक्यूमेंट के अन्तर्गत जन्मभूमि पथ, भक्ति पथ व राम पथ निर्माण का लक्ष्य रामनवमी तय है। फिर भी जन्मभूमि पथ ही ऐसा है जिसका निर्माण निर्धारित समय में हो जाएगा। बताते चलें कि बिड़ला धर्मशाला के सामने सुग्रीव किला होते हुए रामजन्म भूमि जाने वाले इस मार्ग की कुल लंबाई 566 मीटर है। इस पथ पर यूटीलिटी डक्ट के साथ सीवर लाइन विस्तार व वाटर पाइप लाइन विस्तार के अलावा भूमिगत विद्युतीकरण का काम समयबद्ध ढंग से एक साथ चल रहा है।
मालूम हो कि तीस मीटर यानि एक सौ फिट चौड़े इस मार्ग का निर्माण रामजन्मभूमि से सटे रंगमहल मंदिर की तरफ से शुरू किया गया जो कि दर्शन के वापसी के मार्ग को छोड़कर सुग्रीव किला तक दाएं-बाएं दोनो तरफ एक साथ चल रहा है। कार्यदाई एजेंसी लोनिवि प्रांतीय खंड चतुर्थ के अधिशासी अभियंता मुनीश कुमार का कहना है कि सीवर लाइन एवं वाटर पाइन विस्तार का 90 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। इसी तरह से नाले व यूटीलिटी डक्ट का काम भी 70 प्रतिशत कराया जा चुका है। उन्होंने बताया कि 31 मार्च 2023 तक निर्माण की डेडलाइन तय है। इस डेडलाइन में काम पूरा कर लिया जाएगा।
यूटीलिटी डक्ट पैदल पथ के रूप में किया जाएगा प्रयोग: अधिशासी अभियंता के अनुसार जन्मभूमि निर्माण की लागत 39.06 करोड़ है जिसका आवंटन किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इस पथ में सिविल एवं विद्युतीकरण से सम्बन्धित कार्य की लागत करीब 15 करोड़ है। वहीं शेष राशि भूमि के अधिग्रहण से सम्बन्धित मुआवजे के लिए थी जिसका भुगतान कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस पथ में करीब दो करोड़ की लागत से भूमिगत विद्युतीकरण का कार्य उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन की ओर से कराया जा रहा है। इसी तरह से करीब डेढ़ करोड़ की लागत से जलनिगम की ओर से सीवर लाइन का विस्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि यूटीलिटी डक्ट का निर्माण पैदल पथ के रूप में प्रयोग किया जाएगा और इस पर निर्धारित डिजाइन के अनुसार टाइल्स लगाई जाएगी।
इस पथ पर लगेंगे एवेन्यू ट्री व यात्रियों के लिए बनेंगे बेंचःअधिशासी अभियंता ने बताया कि जन्मभूमि पथ को अत्याधुनिक शहर के स्मार्ट रोड की तरह बनाया जाएगा। इस पथ पर सुंदरता को बढ़ाने के लिए एवेन्यू ट्री लगाई जाएगी। इसके साथ ही पथ पर यात्रियों के बैठने के लिए बेंच भी लगाई जाएगी। बताया गया कि पथ पर डिजाइनर विद्युत पोल लगाकर दूधिया प्रकाश की भी व्यवस्था भी की जानी है। उन्होंने बताया कि एडीए की ओर से विजन डाक्यूमेंट के अन्तर्गत ली एसोसिएट साउथ एशिया लि. की ओर से प्रस्तावित डिजाइन के अनुसार ही निर्माण कार्य कराया जा रहा है।