कृषक सभागृह और संगोष्ठी भवनों का निर्माण समय-सीमा में पूरा करें : मंत्री पटेल
राज्य कृषि विपणन बोर्ड के संचालक मंडल की 139वीं बैठक हुई
भोपाल
किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री एवं अध्यक्ष मध्यप्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड कमल पटेल ने 21 मंडी समितियों में प्रस्तावित कृषक सभागृह और संगोष्ठी भवनों के निर्माण कार्य को समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिये। मंत्री पटेल मंडी बोर्ड के संचालक मंडल की 139वीं बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
मंत्री पटेल ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि मंडियों को अत्याधुनिक बनाने के लिये सभी आवश्यक कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि कृषकों को मंडियों में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। कृषक बंधु अपनी उपज को मंडी में बेहतर तरीके से विक्रय कर सके, इसके लिये उपयुक्त कार्य-योजना बनाएँ। मंत्री पटेल ने कहा कि मंडी बोर्ड ने दिवंगत कर्मचारियों के प्रति संवेदनशीलता पूर्वक जिम्मेदारी का निर्वहन किया है। अब तक 181 दिवंगत कर्मचारियों के परिजन को अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान कर नेक और अन्य विभागों के लिये अनुकरणीय कार्य किया है। उन्होंने मंडी बोर्ड द्वारा बेहतर कार्य किये जाने की सराहना की।
बैठक में मंडी समितियों में राशि के भुगतान की कार्यवाही के लिये पेमेंट गेटवे बनाने के प्रस्ताव सर्व-सम्मति से पारित किया गया। प्रदेश से निर्यात हुए गेहूँ पर मंडी शुल्क प्रतिपूर्ति, कृषि निर्यात प्रकोष्ठ के कुशल संचालन के लिये सेवा प्रदाता की नियुक्ति, कृषि उपज मंडी समितियों के दैनिक क्रिया-कलापों को ई-मंडी सॉफ्टवेयर वेब पोर्टल के माध्यम से प्रवेश, अनुबंध एवं तौल प्रक्रिया को तत्समय ऑनलाइन संधारित करने और 21 मंडी समितियों में कलर सॉर्टेक्स प्लांट लगाने के प्रस्तावों पर सहमति व्यक्त की गई।
बैठक में बताया गया कि 11 हजार 514 कृषकों ने कृषि उपज मंडी में संचालित हो रहे 'एमपी फार्मगेट' एप का उपयोग कर 45.22 लाख क्विंटल कृषि उपजों का विक्रय किया है। एमडी मंडी बोर्ड श्रीमती जी.वी. रश्मि ने बताया कि दिसम्बर माह तक प्रदेश की मंडियों में रिकार्ड 325 लाख मीट्रिक टन कृषि उपज की आवक हुई है।
अपर मुख्य सचिव कृषि अशोक वर्णवाल ने अधिकारियों को मंडी बोर्ड अध्यक्ष एवं कृषि मंत्री द्वारा दिये गये निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने को कहा गया।
बैठक में मंडी बोर्ड की उपाध्यक्ष सुमंजू राजेन्द्र दादू, संचालक कृषि एल. सेलवेन्द्रन, आयुक्त पंजीयक सहकारी संस्थाएँ आलोक कुमार सिंह और संचालक मंडल के सदस्य मौजूद थे।