शराब को लेकर उमा भारती ने अपनी ही सरकार को घेरा
निवाड़ी
शराब को लेकर अपनी ही सरकार को घेरने वाली उमा भारती ने गुरुवार को ओरछा पहुंच कर शराब दुकान के सामने प्रदर्शन किया। यहां पर उन्होंने गोमाता का पूजन कर शराब दुकान के सामने 7 गायों को बांध दिया। शराब नीति में बदलाव के साथ ही उमा भारती ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को संदेश दिया है कि अब सेवक नहीं शासक बनों। उन्होंने सीएम चौहान द्वारा हटाए गए निवाड़ी कलक्टर की कार्रवाई पर भी सवाल उठाए।
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती बुधवार की देर शाम ओरछा पहुंची थी। रात्रि 9.30 बजे वह ओरछा से लगी शराब दुकान पर पहुंची और यहीं अलाव जलाकर बैठ गई। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री के आगमन की सूचना पर शराब कारोबारी अपनी दुकान बंद कर चला गया था। वह यहां पर लगभग एक घंटे बैठी और फिर सर्किट हाउस चली गई। इसके बाद सुबह से श्रीरामराजा सरकार के दर्शन किए और सुबह 11.30 बजे पुन: शराब दुकान पर पहुंची। यहां पर उन्होंने गोमाता का पूजन किया और सात गायों को बांध कर उन्हें ेहरा चरा लिखाया। उमा भारती ने कहा कि वह शराब नहीं दूध पियो का नारा देने यहां पहुंची है। उन्होंने मधुशाला के सामने गोशाला बनाने की बात कहते हुए कहा कि गोमाता समाज की जिम्मेदारी है और शराब शासन की। शराब पर नियंत्रण करना शासन का काम है। यदि नई शराब नीति में यह बातें नहीं आई तो फिर हर चीज उनके हाथ में होगी