टेस्ला फंडिंग विवाद पर आया जूरी का फैसला, ट्वीट केस में Elon Musk को क्लीन चिट
नई दिल्ली
टेस्ला कंपनी के सीईओ एलन मस्क के पुराने ट्वीट को लेकर घिरे विवाद पर अब जूरी ने फैसला सुना दिया है। एक अमेरिकी जूरी ने कहा है कि एलन मस्क ट्वीट के माध्यम से निवेशकों को गलत जानकारी प्रदान करने के लिए जिम्मेदार नहीं थे। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा था कि उन्होंने टेस्ला को एक निजी कंपनी बनाने के ध्येय से शेयर जारी किया है।
अक्सर ट्विटर पर अपनी राय व्यक्त करने के लिए जाने जाने वाले एलन मस्क से वादी ने मुआवजे में अरबों की मांग की थी। फैसले को मस्क के लिए महत्वपूर्ण बताया जा रहा है। जूरी केवल दो घंटे के विचार-विमर्श के बाद सर्वसम्मत के साथ इस निर्णय पर पहुंची।
फैसला सुनाए जाने के वक्त मस्क अदालत में मौजूद नहीं थे, लेकिन जल्द ही उन्होंने ट्वीट कर जूरी के फैसले की तरीफ की। उन्होंने कहा, "भगवान का शुक्र है, लोगों की समझदारी की जीत हुई है।" निवेशकों के वकील निकोलस पोरिट ने एक बयान में कहा, "हम फैसले से निराश हैं और अगले कदम पर विचार कर रहे हैं।" फैसले के बाद घंटों के कारोबार में टेस्ला के शेयरों में 1.6% की बढ़ोतरी हुई।
वेसबश विश्लेषक डैन इवेस ने रॉयटर्स को बताया, "मस्क और टेस्ला के लिए अब एक काला अध्याय खत्म हो गया है।" इवेस ने कहा कि कुछ टेस्ला निवेशकों को डर था कि अगर वह हार गए तो मस्क को टेस्ला के और शेयर बेचने पड़ सकते हैं।
टेस्ला के शेयरधारकों ने एलोन मस्क पर उन्हें गुमराह करने का आरोप लगाया। एलन मस्क ने 7 अगस्त, 2018 को ट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने लिखा कि वह पिछले दिन की तुलना में 23% के प्रीमियम के साथ $420 प्रति शेयर पर कंपनी को निजी करने का विचार कर रहे थे।