सरकार के खिलाफ साजिश रचने का आरोप- मध्य प्रदेश में प्रतिबंधित संगठन PFI के तीन और सदस्य गिरफ्तार
भोपाल
मध्य प्रदेश पुलिस ने प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। उन पर आरोप है कि वह सरकार के खिलाफ साजिश रचने और गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल हैं। जिसके बाद पुलिस ने प्रतिबंधित संगठन PFI के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। तीनों की गिरफ्तारी की जानकारी एक अधिकारी ने रविवार को दी है।
पुलिस ने अलग-अलग जगहों से की गिरफ्तारी
इसके साथ ही पुलिस ने पिछले कुछ दिनों में प्रतिबंधित संगठन के चार सदस्यों को हिरासत में भी लिया है। बता दें कि प्रतिबंधित संगठन पीएफआई के दो सदस्यों को शनिवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में गिरफ्तार किया गया था। जबकि तीसरे को महाराष्ट्र के औरंगाबाद से पेशी वारंट पर लाने के बाद गिरफ्तार किया गया है। उसे पिछले साल एमपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा दर्ज एक मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है।
इन धाराओं के तहत दर्ज किया मामला
पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपियों की पहचान धार जिले के गुलाम रसूल शाह (37), साजिद खान उर्फ गुलाम नबी (56) निवासी इंदौर और परवेज खान (30) निवासी औरंगाबाद के रूप में हुई है। इन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 121ए (सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश), 153बी (राष्ट्रीय एकता को नुकसान पहुंचाने वाले दावे) और 120बी (आपराधिक साजिश) के अलावा गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
2017 से PFI से जुड़ा है परवेज खान
पुलिस ने कहा कि परवेज खान औरंगाबाद की एक जेल में था और उसे शनिवार को वारंट पर भोपाल लाया गया था। अधिकारी ने कहा कि परवेज खान 2017 से पीएफआई से जुड़ा हुआ था और कई मौकों पर प्रशिक्षण देने के लिए प्रतिबंधित संगठन के शारीरिक सहनशक्ति (पीई) प्रशिक्षक के रूप में मध्य प्रदेश आया था। उन्होंने कहा कि गुलाम रसूल पीएफआई का सक्रिय सदस्य था और राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर लोगों को संगठन के लिए काम करने के लिए प्रेरित करता था।
तीनों आरोपियों को पुलिस रिमांड पर भेजा गया
अधिकारी ने बताया कि गुलाम नबी पीएफआई का वित्तीय प्रबंधन मध्य प्रदेश देख रहा था। तीनों आरोपियों को स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें आठ फरवरी तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। इससे पहले पुलिस ने शुक्रवार को इसी मामले में श्योपुर निवासी पीएफआई के पदाधिकारी वासिद खान (26) को गिरफ्तार किया था। अधिकारी ने कहा कि वासिद खान 2019 में पीएफआई के कानूनी प्रकोष्ठ नेशनल कन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन में शामिल हुए और इसके राज्य महासचिव का पद संभाला था।