मिट्टी खाकर गुजारा करने वाले आदिवासी दंपत्ति को मिला खाना, जारी है इलाज
दंपाबेड़ा
पूर्वी सिंहभूम के डुमरिया प्रखंड के दंपाबेड़ा गांव में पहाड़ पर रहने वाली विलुप्त प्राय आदिम जनजाति के टुना सबर और उसकी पत्नी सुमी सबर की हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। बुधवार को टीबी की जांच के लिए दोनों का सैंपल लिया गया और एक्स-रे भी कराया गया। गुरुवार को रिपोर्ट आने के बाद बीमारी का पता चलेगा।
सदर अस्पताल में जारी है दंपत्ति का इलाज
सदर अस्पताल में दो दिनों से दंपती का इलाज चल रहा है। चिकित्सक डॉ. बलराम झा ने बताया कि टुना सबर को बुधवार को भी लिक्विड दिया गया। हालांकि, उसकी पत्नी सुमी सबर ने खिचड़ी खाई। दोनों के खून जांच की रिपोर्ट आना बाकी है। खून की कमी को देखते हुए दोनों को ब्लड भी चढ़ाया गया। चर्म रोग होने के कारण टुना सबर की चमड़ी सूख गई है। शरीर की सूखी चमड़ी और परत को डॉक्टरों ने हटाया है। दवा देने से जल्द नई चमड़ी आ जाएगी। सिविल सर्जन डॉ. जुझार माझी ने कहा कि सदर अस्पताल में दंपती का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। दोनों के इलाज में लगने वाली दवाएं, पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने का निर्देश डीएस को दिया गया है। इलाज करने वाले डॉक्टरों से कहा गया है कि अन्य किसी भी तरह की जरूरत हो तो इसकी जानकारी दें।
डीसी ने कैंप लगाकर हेल्थ चेकअप का निर्देश दिया
पूर्वी सिंहभूम की डीसी विजया जाधव ने कहा कि कैंप लगाकर सबरों की स्वास्थ्य जांच का निर्देश दिया गया है। पिछले सात माह में कई कल्याणकारी योजनाओं का लाभ इन्हें दिया गया है। डाकिया योजना का भी लाभ दिया जा रहा है।
सिविल सर्जन ने किया सीएचसी का औचक निरीक्षण
बुधवार को सिविल सर्जन डा.जुझार मांझी ने डुमरिया सीएचसी का औचक निरीक्षण पहुंचे । इस दौरान सीएचसी का निरीक्षण करने के बाद उपस्थित डाक्टरों एवं आउटसोर्सिंग कर्मियों के साथ बैठक किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में जितने भी असाध्य बिमारी से पीड़ित लोग है, उन्हे चिन्हित कर सीएचसी लायें।
सामान्य से लेकर असाध्य बीमारी तक होगा इलाज
उनकी जांच उपरांत सरकार द्वारा दिए जाने वाले लाभ राशि से उन मरीजों का उचित इलाज किया जाय। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि प्रखंड के अंतर्गत 38 सबर गांव हैं। सभी गांवो को बारी बारी से प्रशासनिक कैम्प लगाकर कर सामान्य बिमारी से लेकर असाध्य बीमारी तक स्वास्थ्य जांच करे। साथ ही डुमरिया सीएचसी को छह आउटसोर्सिंग पर जीएनएम पास किए नर्स को काम कराने को प्रभारी चिकित्सक से सूची मांगी गयी। बैठक के दौरान कहा गया कि सबरों के ईलाज में किसी प्रकार की कोई लापरवाही नही बरतनी है। जैसे भी हो उनका समुचित ईलाज किया जाय। मौके पर सिविल सर्जन डां.जुझार माझी, सीएचसी प्रभारी डां.दुर्गा चरण मुर्मू, डॉ. साईबा सोरेन, नरेन्द्र कुमार,लाछू मार्डी समेत अन्य मौजूद थे।