भारत की इकोनॉमी का 1% अडानी ग्रुप पर है कर्ज, रिपोर्ट में दावा
नई दिल्ली
शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद संकट में घिरे गौतम अडानी समूह के कर्ज को लेकर बहस छिड़ी हुई है। इस बीच, निक्केई एशिया ने अडानी समूह के कर्ज पर एक रिपोर्ट पेश की है। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अडानी समूह का कुल कर्ज 3.39 ट्रिलियन ($41.1 बिलियन) तक है और यह भारतीय अर्थव्यवस्था के कम से कम 1% के बराबर है।
रिपोर्ट के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने बताया था कि अक्टूबर 2022 तक भारत की नॉमिनल जीडीपी 273 ट्रिलियन रुपये थी। यह अडानी ग्रुप के कुल कर्ज का लगभग 1.2% है। रिपोर्ट में बताया गया है कि अडानी समूह की 10 कंपनियों का सामूहिक इक्विटी अनुपात 25% था।
10 कंपनियां हैं बाजार में: बता दें कि अडानी समूह की 10 कंपनियां शेयर बाजार में लिस्टेड हैं। ये कंपनियां-अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पावर, अडानी पोर्ट, अडानी विल्मर, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी टोटल गैस, अडानी ट्रांसमिशन हैं। इसके अलावा अडानी समूह ने पिछले साल एसीसी, अंबुजा सीमेंट्स को भी खरीद लिया था, जो पहले से ही शेयर बाजार में लिस्टेड हैं। रिपोर्ट के मुताबिक अडानी समूह की 10 कंपनियों की कुल संपत्ति 4.8 ट्रिलियन रुपये से अधिक है, लेकिन निवेशक बड़े कर्ज के बारे में चिंतित हैं।
बता दें कि हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट में अडानी समूह पर कई गंभीर आरोप लगाए गए थे। 106 पेज की इस रिपोर्ट में अडानी समूह के कर्ज, शेयरों के हेरफेर, शेल कंपनियों के जरिए भ्रष्टाचार की बात कही गई थी। इसके बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट का सिलसिला शुरू हुआ, जो अब तक बरकरार है। हालांकि, अडानी समूह ने हिंडनबर्ग के सभी आरोपों को खारिज कर दिया।
बैंकों का कितना कर्ज: अडानी समूह पर बैंकों का करीब 80,000 करोड़ रुपये का कर्ज है। यह ग्रुप के लगभग 2 लाख करोड़ रुपये के कुल ऋण का लगभग 40% है। बता दें कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व में सरकारी बैंकों ने भारतीय बैंकिंग प्रणाली का लगभग तीन-चौथाई हिस्सा उधार दिया है।