चमत्कारी मंत्र है ओम नमः शिवाय, गजब का है इसका प्रभाव
सनातन धर्म में भगवान शिव के अनगिनत भक्त हैं. हर भक्त भोलेनाथ की कृपा पाने के लिए उनकी पूजा आराधना और मंत्र का जाप करते हैं. भगवान शिव को सोमवार का दिन समर्पित किया गया है. इस दिन शिवलिंग का कच्चे दूध से अभिषेक करने का विशेष महत्व बताया गया है. इस दौरान रुद्राक्ष की माला से 108 बार ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करना बेहद लाभकारी माना गया है. 3 अक्षर का ये मंत्र बहुत शक्तिशाली और चमत्कारी माना जाता है. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं,
ओम नमः शिवाय का अर्थ और महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, संसार में मौजूद पंचतत्वों का प्रतिनिधित्व नमः शिवाय की पंच ध्वनियां करती हैं, जिनसे सारा संसार बना है और विनाश के समय उसी में समा जाती है. मंत्र के प्रत्येक अक्षर का अर्थ इस प्रकार है ‘न’ पृथ्वी,’ मः ‘पानी,’ शि’ अग्नि, ‘वा’ प्राणवायु और ‘य’ आकाश को दर्शाता है. स्कन्दपुराण के अनुसार, ‘ॐ नमः शिवाय’ महामंत्र मोक्ष प्रदाता है, पापों का नाश करता है और साधक को लौकिक, परलौकिक सुख देने वाला माना जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो भी भक्त ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जप करता है, उससे भोलेनाथ बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं.
मंत्र जाप की विधि
-भगवान शिव का यह मंत्र हमेशा किसी तीर्थ स्थल, मंदिर या फिर एकांत जगह में बैठकर करना चाहिए.
-ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप रुद्राक्ष की माला से ही करनी चाहिए.
-इस मंत्र का जाप कम से कम 108 बार नियमित रूप से करना लाभदायक होता है.
-इस महामंत्र का जाप योग मुद्रा में बैठकर पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ मुख करके करना चाहिए.
-ओम नमः शिवाय मंत्र के उच्चारण से समस्त इन्द्रियां जाग उठती हैं.
मंत्र से होने वाले फायदे
-जो व्यक्ति ओम नमः शिवाय मंत्र का नियमित रूप से जाप करता है, उसे धन लाभ होता है. शत्रुओं को परास्त करते हैं.
-इस मंत्र के जाप से संतान सुख मिलता है.
-ये महामंत्र आपकी अनेक तरह की तकलीफ को भी दूर कर सकता है.
-इस मंत्र के जाप से जीवन चक्र समझना बहुत आसान है. इसका जाप मोक्ष की प्राप्ति के लिए भी की किया जाता है.