महंत नृत्यगोपाल दास बीमार हैं, फिर भी रामभक्तों के आग्रह पर उनकी चौखट तक पहुंचे
अयोध्या
अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के दौरान बीते दिनों श्री रामलला मंदिर न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास महाराज सागर आए हुए थे। सागर के बड़ा बाजार में उनके दर्शनों के लिए हफ्ते भर रामभक्तों और शिष्यों का तांता लगा रहा। वे अस्वस्थ्य थे, चल नहीं पाते, बावजूद शिष्यों के आग्रह पर वे कार से उनके घर की चौखट तक पहुंचे और कृतार्थ किया। शिष्यों ने कार में बैठे-बैठे ही अपने गुरुदेव का स्वागत कर आरती उतारी और गुरुपूजन किया।
महंत नृत्य गोपालदास महाराज
महंत नृत्य गोपालदास महाराज के सागर के बड़ा बाजार से लेकर पूरे जिले में काफी शिष्य हैं। वे 6 फरवरी को सागर आए थे। यहां बड़ा बाजार में वे करीब एक हफ्ते रुके और शिष्यों को गृरुदर्शन और सत्संग का लाभ मिला। इस दौरान सैकड़ों लोगों ने उनके दीक्षा भी ली है। उनके पुराने शिष्यों की इच्छा थी कि वे एक बार उनके घर पधारे, चूंकी महंतजी काफी बुजुर्ग और चलने में असमर्थ हैं, अस्वस्थ्य रहते हैं, इसके बावजूद वे शिष्यों का आग्रह स्वीकार कर उनके घर पर पहुंचे थे। उनकी विशेष कार में उनके सुरक्षाकर्मियों व चिकित्सकों की टीम के साथ वे सागर की तंग गलियों में अपने शिष्यों के आवास तक पहुंचे। हालांकि बीमारी के कारण वे कार से नहीं उतर सके और शिष्यों ने उनका कार में बैठे-बैठे ही पूजन किया, आरती उतारी और आशीर्वाद लिया।
के हाथों राम मंदिर का लोकार्पण कराना चाहते हैं
श्रीराम लला ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास महाराज ने यहां मीडिया से संक्षेप में चर्चा की थी। इस दौरान जब उनके पूछा गया कि वे श्रीराम मंदिर निर्माण के बाद मंदिर का लोकार्पण, प्राण प्रतिष्ठा किसी राजनेता के हाथों कराना चाहते हैं या किस संत के द्वारा तो उनका स्पष्ट कहना था कि मंदिर का लोकार्पण या उद्घाटन किसी संत के हाथों ही होना चाहिए। श्री रामचरित मानस पर मचे विवाद के को लेकर उठाए जा रहे सवाल पर उनका कहना था दुनिया में किसी की ताकत नहीं है कि वह रामचरित मानस पर सवाल उठा सके।