प्रदेश में लागू हो सकते हैं ग्राम रत्न, श्रद्धांजलि योजना और कुल्हाड़ी त्यागो के नवाचार
सीधी
विकास यात्रा के दौरान कलेक्टरों द्वारा शुरू कराए गए नवाचार आने वाले समय में प्रदेश के सभी जिलों में लागू किए जा सकते हैं। जनभागीदारी बढ़ाने के लिए कलेक्टरों द्वारा किए जा रहे नवाचारों का अध्ययन सरकार ने शुरू करा दिया है। सामाजिक समरसता और आम आदमी को फायदा पहुंचाने वाले नवाचारों को ग्रामों में विकास यात्रा पहुंचने के दौरान समर्थन भी मिल रहा है।
सीधी में हर गांव में नौ रत्न की तलाश
सीधी कलेक्टर साकेत मालवीय बताते हैं कि जिले में अच्छा सामाजिक कार्य करने वालों को ग्राम रत्न सम्मान देने का काम विकास यात्रा के दौरान किया जा रहा है। इसके अंतर्गत ग्राम पंचायत क्षेत्र में सामाजिक, शैक्षिक, एकेडमिक या अन्य किसी रूप में उत्कृष्ट काम करने वालों को ग्राम रत्न सम्मान गांवों में ही नेताओं, अधिकारियों की मौजूदगी में दिए जा रहे हैं। इसके साथ ही ग्राम सभा में इन सम्मानित होने वाले व्यक्तियों को विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में बुलाकर ग्राम विकास में उनके सुझाव लेने के लिए भी निर्देशित किया जा रहा है। इस यात्रा में हर ग्राम के कम से कम नौ लोगों को ग्राम रत्न सम्मान देने का काम किया जा रहा है। सम्मान पाने वाले खिलाड़ी, अफसर, समाजसेवी, उत्कृष्ट खेती करने वाले किसान, बिजनेसमैन कोई भी हो सकते हैं।
निधन पर सरकारी मदद के लिए श्रद्धांजलि योजना
विकास यात्रा में छतरपुर जिले में श्रद्धांजलि योजना भी चर्चित हो रही है। इस योजना के अनुसार अगर जिले में किसी परिवार के सदस्य की मृत्यु हो गई है तो मृतक के परिवार को बिना आवेदन किए शासकीय योजनाओं के लाभ तत्काल पहुंचाने की व्यवस्था की गई है। इसके अंतर्गत एक दिन में मृत्यु प्रमाण-पत्र के अलावा संबल कार्ड, कर्मकार मंडल योजना में अंत्येष्टि और अनुग्रह सहायता, राष्ट्रीय परिवार सहायता, राष्ट्रीय विधवा पेंशन, कल्याणी पेंशन, सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लाभ बिना आवेदन के दिए जा रहे हैं।