धार्मिक आायोजन से मतदाताओं के बीच पैठ मजबूत करने सियासी दलों में तेजी
भोपाल
धार्मिक आायोजन के जरिए प्रदेश के मतदाताओं के बीच पैठ मजबूत करने की तैयारी इन दिनों सियासी दलों में तेजी से चल रही है। इसी क्रम में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ बागेश्वर धाम पहुंचे। इधर भाजपा नेता भोपाल में पंडोखर सरकार का आज से दरबार लगावा रहे हैं। पंडोखर सरकार और बागेश्वर धाम के साथ ही सीहोर में पंडित प्रदीप मिश्रा के रूद्राक्ष महोत्सव के आयोजन में भी सियासत करने वाले लोग कूद गए हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ इन दिनों लगातार जिलों के दौरे कर रहे हैं। वे आज पन्ना में सभा करने वाले हैं। इससे पहले वे बागेश्वर धाम भी गए। यहां पर उन्होंने बागेश्वर धाम के दर्शन किए और उनसे बातचीत की। गौरतलब है कि बागेश्वर धाम लोगों को देखकर उनकी परेशानी बताते हुए उसे हल करने का उपाय भी बताते हैं। उनके दरवार में मंगलवार और शनिवार को लाखों की भीड़ उमड़ रही है। प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के कई प्रांतों से उनके यहां पर श्रद्धालु आते हैं।
इधर भाजपा के खेल प्रकोष्ठ के संयोजक श्रवण मिश्रा भोपाल के कलियासोत डैम किनारे आज से पंडोखर सरकार का दरबार लगवा रहे हैं। पंडोखर सरकार भी बागेश्वर धाम की ही तरह लोगों को उनकी परेशानी बता देते हैं। उनके दरबार में भी भोपाल और उसके आसपास के लाखों श्रद्धालु आ रहे हैं। यहां पर कथा भी हो रही है। कथा के बीच में दो दिन पंडोखर सरकार श्रद्धालुओं की परेशानी हल करेंगे। इस आयोजन में भाजपा के कई नेता भी शामिल होंगे।
भोपाल सांसद प्रज्ञा बोलीं- ट्रेन निरस्त करने के फैसले को रोकें
वहीं 16 फरवरी से पंडित प्रदीप मिश्रा सीहोर में रूद्राक्ष महोत्सव करवाने जा रहे हैं। इसी बीच रेलवे में हो रहे काम के चलते सीहोर से गुजरने वाली पंचवली एक्सप्रेस, भोपाल उज्जैन पैसेंजर, भोपाल-दहोद पैसेंजर सहित 6 ट्रेनों को 10 से 23 फरवरी तक निरस्त कर दिया। इस संबंध में भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने कहा है कि कथा में लाखों भक्त आने वाले हैं, ऐसे में ट्रेन निरस्त रही तो श्रद्धालुओं को परेशानी होगी। इसलिए इन ट्रेनों को तत्काल पुन: शुरू किया जाए।
हनुमान जी को नोटिस पर बवाल
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने रेलवे की जमीन पर मंदिर निर्माण को लेकर सबलगढ़ के हनुमान मंदिर को नोटिस दिए जाने का मामला भी आज सुबह ट्वीट से उछाला। बबेले ने ट्वीट पर लिखा कि पहले मोदी सरकार ने सीधे बजरंगबली को नोटिस दिया। हमने ऐतराज किया तो अब पुजारी को नोटिस दे दिया। भगवान का घर तोड़े बिना इनकी छाती में ठंडक नहीं पड़ती। इसके साथ ही उन्होंने वे दोनों नोटिस भी अपलोड किए हैं,जिसमें रेलवे ने पहले बजरंगबली और फिर इस मंदिर के पुजारी को नोटिस दिया है। इसके जबाव में प्रदेश भाजपा के प्रवक्त हितेष वाजपेई ने कमलनाथ पर हमला बोला। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि कमलनाथ ने हनुमान जी की बड़ी मूर्ति छिंदवाड़ा के भोले-भाले आदिवासियों के वोट के लिए लगाई है। वहीं नरेंद्र मोदी ने एचएएल के शत्रुहंता हवाई जहाज में हनुमत कृपा को विराजमान किया है।
तनातनी के बाद तीनों साथ
सरकार बनने के बाद कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री कौन होगा, इसे लेकर अरुण यादव के बयान के बाद यह माना जा रहा था कि यादव और कमलनाथ के बीच में ठीक ठाक नहीं चल रहा था। अरुण यादव के मुख्यमंत्री चयन के बयान के बाद सज्जन सिंह वर्मा ने यादव पर ही तंज कसते हुए कहा था कि यह कमलनाथ के खिलाफ षड़यंत्र चल रहा है। बयानबाजी से तीनों ही नेताओं के बीच में इन दिनों तनातनी चल रही थी। आज ये तीनों ही नेता एक ही विमान में बैठकर बागेश्वर धाम पहुंचे हैं। माना जा रहा है कि तीनों की एक साथ यात्रा और बागेश्वर धाम तक जाना इस तनातनी को कम करेगा।