‘गैब्रियल’ से कांपा न्यूजीलैंड, इतिहास में तीसरी बार लगा आपातकाल; समझें ताजा हाल
न्यूजीलैंड
न्यूजीलैंड में बाढ़ और भूस्खलन के बीच 'गेब्रियल' की वजह से आपातकाल की घोषणा कर दी है। 'गेब्रियल' एक चक्रवात है जिसके खतरे को भांपते हुए न्यूजीलैंड में इस तरह के कदम उठाए गए हैं। चक्रवात की वजह से न्यूजीलैंड के छह इलाकों – नॉर्थलैंड, ऑकलैंड, ताइराविटी, बे ऑफ प्लेंटी, वाइकाटो और हॉक्स बे में पहले से ही आपातकाल लागू है। चक्रवात गेब्रियल के कारण बाढ़ और भूस्खलन के बीच न्यूजीलैंड ने मंगलवार को राष्ट्रीय आपातकाल लागू करने की घोषणा की। न्यूजीलैंड के इतिहास में यह तीसरी बार है जब राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की गई है।
आपसी सहमति से लिया गया निर्णय
आपातकालीन प्रबंधन मंत्री कीरन मैकअनल्टी ने स्थानीय समयानुसार सुबह 8.43 बजे घोषणा पर हस्ताक्षर किए। घोषणा पर हस्ताक्षर करने से पहले उन्होंने प्रधानमंत्री क्रिस हिपकिंस और आपातकालीन प्रबंधन के विपक्षी प्रवक्ता को सलाह दी। दोनों नेताओं की सहमति के बाद इसका ऐलान कर दिया गया।
चक्रवात की वजह से बुरे दौर से गुजर रहा है न्यूजीलैंड
चक्रवात गेब्रियल को लेकर अपने आधिकारिक बयान में न्यूजीलैंड की सरकार ने कहा, "यह एक अभूतपूर्व मौसम घटना है जिसका उत्तरी द्वीप के अधिकांश हिस्सों में बड़ा प्रभाव पड़ रहा है। देश इस चक्रवात से सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। बाढ़ और भूस्खलन से सड़कों और बुनियादी ढांचों को नुकसान का सामना करना पड़ा रहा है।" सरकार ने अपने बयान में कहा कि रविवार से राष्ट्रीय आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी प्रभावित क्षेत्रों के स्थानीय नागरिकों की सुरक्षा में जुटी हुई है। साथ ही रिसर्च टीम भी मुस्तैद है ताकि आपातकाल की घोषणा की जरूरतों का आकलन किया जा सके। टीमों के आकलन के आधार पर राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की जा रही है।