भारतीय-अमेरिकी कारोबारी विवेक रामास्वामी लड़ सकते हैं राष्ट्रपति चुनाव, ट्रंप-बाइडेन दोनों से होगी टक्कर
नई दिल्ली
भारतीय मूल के अमेरिकी रिपब्लिकन नेता और व्यवसायी विवेक रामास्वामी अपनी 2024 की राष्ट्रपति बोली की घोषणा करने की योजना बना रहे हैं। विवेक रामास्वामी अगर अपनी दावेदारी का ऐलान करते हैं, तो वो निक्की हेली के बाद दूसरे भारतीय मूल के नेता होंगे, जो अमेरिका के सबसे बड़े पद के लिए अपनी दावेदारी का ऐलान करेंगे।
विवेक रामास्वामी लड़ सकते हैं चुनाव
37 साल के विवेक रामास्वामी एक करोड़पति कारोबारी हैं और न्यूयॉर्कर पत्रिका की एक रिपोर्ट में उन्हें "एंटी-वोक इंक के सीईओ" के रूप में दिखाया गया है। उन्होंने कुछ समय के लिए अमेरिकी राज्य में टेस्ट रन और फैक्ट-फाइंडिंग मिशन शुरू किया है। वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी शहर आयोवा में वह कई कार्यक्रमों को संबोधित कर रहे हैं। पोलिटिको मैग्जीन ने सोमवार को बताया है, कि रामास्वामी ने आयोवा की अपनी यात्रा पर जोर दिया और संभावित राष्ट्रपति चुनाव में अपनी दावेदारी के लिए उन्होंने तैयारी शुरू कर दी है और इसके लिए वो काफी गंभीर हैं। उन्होंने कहा, कि "यह सिर्फ ध्यान आकर्षित करने के लिए एक नाटक नहीं है।" रिपोर्ट में कहा गया है, कि वह राष्ट्रपति के लिए दौड़ की तलाश कर रहे हैं और वो लोगों के बीच अमेरिका के कई मुद्दों को लेकर जा रहे हैं, वहीं टीवी चैनलों की बहस में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।
शुरू कर सकते हैं चुनावी कैम्पेन
पोलिटिको मैग्जीन की रिपोर्ट में कहा गया है, कि "विवेक रामास्वामी अपने व्यवसायी ट्रैक रिकॉर्ड पर चलना नहीं चाहते हैं। इसके बजाय, वह अमेरिकी भावना को पुनर्जीवित करने और समाज में योग्यता की संस्कृति को वापस लाने पर केंद्रित एक विचार-आधारित अभियान शुरू करने की योजना बना रहे हैं।" विवेक रामास्वामी एक भारतीय अप्रवासी हैं और उनके पिता एक जनरल इलेक्ट्रिक इंजीनियर और उनकी माँ एक मनोचिकित्सक डॉक्टर हैं। रामास्वामी का जन्म सिनसिनाटी में हुआ था। उन्होंने हार्वर्ड और येल विश्वविद्यालयों से पढ़ाई की है और कथित तौर पर 500 मिलियन अमरीकी डालर से अधिक का मूल्य की उनकी संपत्ति है, जिसके जरिए वो अपने अभियान की शुरूआत कर सकते हैं। उन्होंने एक सफल बायोटेक उद्यमी बनकर और एफडीए-अनुमोदित पांच दवाओं का विकास किया है और सबसे पहले उन दवाओं का निर्माण किया है।
बाइडेन-ट्रंप, दोनों से चुनौती
विवेक रामास्वामी अगर राष्ट्रपति चुनाव में अपनी दावेदारी का ऐलान करते हैं, तो सबसे पहले उन्हें अपनी ही पार्टी के अंदर सभी नेताओं का विश्वास हासिल करना होगा, जो उनके लिए कतई आसान नहीं होगा। उन्हें सबसे पहले अपनी ही पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से पार पाना होगा, जो राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपनी दावेदारी का ऐलान पहले ही कर चुके हैं। वहीं, अगर वो किसी तरह से ट्रंप से पार पा भी जाते हैं, फिर भी उन्हें डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुकाबला करना होगा, जो अगले चुनाव में खड़ा होने को लेकर संकेत दे चुके हैं।