पाकिस्तान में महंगाई की सुनामी लाकर तुर्की भागे शहबाज शरीफ, पेट्रोल के बाद गैस की कीमत में लगाई आग
पाकिस्तान
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ देश में महंगाई बम फोड़कर खुद तुर्की के दौरे पर चले गये हैं। जिसके बाद पाकिस्तान के अंदर उनकी काफी आलोचना की जा रही है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री उस वक्त तुर्की का दौरा कर रहे हैं, जब खुद उनका देश आर्थिक डिफॉल्ट होने के काफी करीब पहुंच गया है और आईएमएफ से कर्ज की किश्त हासिल करने के लिए सरकार ने हर एक सामान के दाम बढ़ा दिए हैं। देर रात ही शहबाज सरकार ने पेट्रोल के दाम 22 रुपये प्रति लीटर बढ़ाए हैं, जबकि कुछ घंटे पहले पाकिस्तान में गैस की कीमत में 100 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी की गई है।
तुर्की दौरे पर शहबाज शरीफ
तुर्की और सीरिया के क्षेत्रों में 41,000 से ज्यादा लोगों की मौत के बाद शहबाज शरीफ दोनों देशों के लोगों से एकजुटता और पाकिस्तान का समर्थन दिखाने की बात कहकर तुर्की रवाना हो गये हैं। जिसको लेकर शहबाज शरीफ की जमकर आलोचना की जा रही है। शहबाद शरीफ ने एक ट्वीट में कहा है, कि "मैं पाकिस्तान के लोगों और सरकार से हमारे तुर्की भाइयों और बहनों के प्रति अटूट एकजुटता और समर्थन के संदेश के साथ तुर्की के लिए रवाना हो रहा हूं।" उन्होंने आगे लिखा, कि "पाकिस्तान, तुर्की को हुए नुकसान को अपना नुकसान मानता है और सच्चे दिल से तुर्की की मदद के लिए दुआ करता है।" शहबाज शरीफ की तुर्की यात्रा को लेकर पाकिस्तान के लोगों में गुस्सा भड़क गया है और लोगों का कहना है, कि शहबाज शरीफ को पहले पाकिस्तान पर ध्यान देना चाहिए, जो आर्थिक दिवालिएयपन की दहलीज पर आ खड़ा हुआ है।
शहबाज पर भड़के पाकिस्तानी
पाकिस्तानी एक्सपर्ट्स का कहना है, कि शहबाज शरीफ इस प्राकृतिक आपदा में भी अपना चेहरा चमकाने के लिए तुर्की जाना चाहते हैं। इससे पहले शहबाज शरीफ तुर्की में भूकंप आने के ठीक बाद 7 फरवरी को ही अंकारा की यात्रा पर जाने वाले थे, लेकिन बाद में उनका दौरा रद्द हो गया। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने इसके पीछे खराब मौसम का हवाला दिया, लेकिन सूत्रों ने कहा, कि तुर्की ने ही शहबाज शरीफ का दौरा रद्द कर दिया था। वहीं, पाकिस्तानी एक्सपर्ट्स का कहना था, कि भूकंप के बीच तुर्की के राष्ट्रपति के साथ फोटो खिंचवाना ही शहबाज शरीफ का मकसद था, जैसे पश्चिमी देशों के नेता यूक्रेन के राष्ट्रपति के साथ कर रहे हैं। पाकिस्तानी एक्सपर्ट्स शहबाज शरीफ की आलोचना करते हुए कहते हैं, कि अगर पाकिस्तान को मदद भेजनी है, तो मदद भेजे, शहबाज शरीफ को खुद जाने की जरूरत क्या है? एक पाकिस्तानी एक्सपर्ट ने तो यहां तक कहा, कि भारत ने पाकिस्तान से कई गुना ज्यादा मदद तुर्की में भेजी है और वहां के प्रधानमंत्री मोदी तो तुर्की फोटो खिंचवाने नहीं गये।
गैस के दाम में भारी बढ़ोतरी
आपको बता दें, कि तुर्की भागने से पहले शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान में गैस की कीमतों में 112 प्रतिशत का इजाफा कर दिया है। इसमें सीएनजी गैस, आईपीपी और कॉमर्शियल गैस भी शामिल हैं। गैस की कीमत में 112 प्रतिशत का इजाफा होने के बाद पूरे पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है और ये डबल झटका है, क्योंकि रात 12 बजे ही पेट्रोल की कीमत 22 रुपये बढ़ाई गई है। पाकिस्तान सरकार ने कहा है, कि नई कीमतें जनवरी 2023 से ही लागू हो रही हैं। ऑयल एंड गैस रेगुलेटरी अथॉरिटी (Ogra) ने पेट्रोलियम डिवीजन की सलाह के बाद गैस की कीमत बढ़ाने को लेकर नोटिफिकेशन जारी किया है। शहबाज शरीफ की सरकार ने आईएमएफ से 1.1 अरब डॉलर की कर्ज की किश्त हासिल करने के लिए गैस की कीमत में 112 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है, जो पाकिस्तान जनता पर महंगाई का सबसे बड़ा बम है।