अचलेश्वर महादेव मंदिर में खुली दानपेटी, निकलीं लाखों की नगदी
ग्वालियर
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में स्थित अचलेश्वर महादेव मंदिर पर लगे दान पात्रों को प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष पुलिस सुरक्षा के बीच खाली कराया गया. इस दौरान 8 घंटे तक लगातार नोटों व सिक्कों की गिनती चलती रही. इसके बावजूद गिनती पूरी नहीं हो पाई. प्रशासनिक अधिकारियों की मानें तो बुधवार को 11 लाख 60 हजार 600 रुपये के नोटों और सिक्कों की गिनती पूरी हो गई थी. बाकी रकम की गणना गुरुवार को की जाएगी.
ग्वालियर में अचलेश्वर महादेव का मंदिर प्राचीन और विख्यात है. यहां शहर के अलावा आसपास के जिलों से भी लोग दर्शन के लिए आते हैं. फिलहाल, इस मंदिर को भव्य रूप देने के लिए यहां पर जीर्णोद्धार का कार्य चल रहा है. शहर के मुख्य मार्ग के बीचोबीच स्थित स्वयंभू शिवलिंग के दर्शन के लिए सुबह से ही लोगों का आना प्रारंभ हो जाता है. श्रद्धाभाव से मंदिर में खूब चढ़ावा भी चढ़ता है.
गिनती के लिए गठित हुई टीम
मंदिर के दान पात्रों को एक निश्चित समय पर खोला जाता है. बुधवार को इन दान पेटियों को खोला गया और दान की रकम को गिनने का कार्य शुरू किया गया. इस दौरान अनुविभागीय अधिकारी के द्वारा एक टीम का गठन किया गया, जिसमें प्रशासन, पुलिस और राजस्व विभाग के अधिकारियों को शामिल किया गया. साथ ही पीएनबी में मंदिर के नाम से एक अकाउंट भी खोला गया. इसके बाद सुबह 10:30 बजे एक कुंडी सहित 11 दान पेटियां खोली गईं और इन दान पात्रों से निकाले गए रुपयों की गिनती शुरू की गई, जो देर शाम तक चलती रही.
लगाई गई थीं मशीनें
मंदिर के दान पात्रों से प्राप्त धनराशि को गिनने के लिए घटनास्थल पर विशेष इंतजाम किए गए थे. इस दौरान नोटों को गिनने के लिए मशीनें भी लगाई गई थीं. इसके अलावा, सिक्कों को भी प्रशासनिक अधिकारी द्वारा गिना जा रहा था. सुरक्षा के भी विशेष इंतजाम किए गए थे. तहसीलदार शुभ्रता त्रिपाठी ने बताया कि तकनीकी समस्याओं और बैंक के समय के चलते देर शाम तक चली गिनती को रोक दिया गया. जब गिनती रोकी गई तब तक की कुल धनराशि 11,60,600 रुपये थी. इस रकम को बैंक में जमा करा दिया गया है. शेष धनराशि के लिए अगले दिन फिर से गिनती की जाएगी.
दानपात्रों में मिली रोचक चिट्ठियां
दान पात्रों में सिक्कों और नोटों के अलावा कई रोचक चिट्ठियां भी प्राप्त हुई हैं. इन्हें पढ़कर वहां मौजूद सभी लोग अचंभित रह गए. चिट्ठियों में किसी ने परीक्षा में अच्छे अंक मांगे थे तो किसी ने अपनी बहन की शादी की मुराद मांगी थी. वहीं कई लोगों ने अपने प्यार को पाने के लिए भी भगवान से गुहार लगाई थी.