विकास यात्रा में बह रही नल-जल की धार
इंदौर में विकास यात्रा के दौरान 62 करोड़ से अधिक लागत की 100 ग्रामों की नल-जल योजनाओं का किया गया लोकार्पण
भोपाल
प्रदेश में 5 फ़रवरी से प्रारंभ हुई विकास यात्राएँ जन-सेवा का नया पर्याय बन गयी हैं। इस दौरान मंत्रियों, जन-प्रतिनिधियों के नेतृत्व में जहाँ एक ओर विकास कार्यों का भूमि-पूजन एवं लोकार्पण किया जा रहा है, वहीं आमजन से चर्चा कर उनकी समस्याओं के त्वरित निदान के भी कार्य किए जा रहे हैं। इसी क्रम में जल जीवन मिशन की विकास योजनाओं का भूमि-पूजन एवं लोकार्पण पूरे प्रदेश में किया जा रहा है। इंदौर ज़िले में यात्रा के 11 दिन में 62 करोड़ 11 लाख रूपये की लागत से 100 ग्रामों की नल-जल योजनाओं का लोकार्पण किया जा चुका है।
विकास यात्रा के दौरान इंदौर के देपालपुर विकासखंड में 7 करोड़ 46 लाख रूपये की लागत से 15 ग्राम, सांवेर विकासखंड में 35 करोड़ 94 लाख रूपये की लागत से 48 ग्राम और डॉ. अम्बेडकर नगर विकासखंड में 18 करोड़ 70 लाख रूपये लागत से 37 ग्राम में नल-जल योजनाओं का लोकार्पण किया गया।
शत-प्रतिशत हर घर जल ज़िला बनने के बेहद क़रीब पहुँचा इंदौर
इंदौर ज़िले में अब तक 1 लाख 87 हज़ार 316 घर में नल से जल पहुँचाया जा चुका है, जो निर्धारित लक्ष्य 1 लाख 94 हज़ार 140 घरों का 96.49 प्रतिशत है। इंदौर की 80 पंचायतें शत प्रतिशत हर-घर जल स्टेटस के लिए रिपोर्ट कर चुकी हैं। इसमें से 30 पंचायतों को प्रमाणन प्राप्त हो चुका है। इसी प्रकार 252 ग्राम हर-घर जल स्टेटस के लिए रिपोर्ट कर चुके हैं, जिनमें से 129 ग्राम को प्रमाणित किया जा चुका है। उल्लेखनीय है कि बुरहानपुर पहले ही देश एवं प्रदेश का पहला "हर घर नल जल" प्रमाणित जिला बन चुका है।