IND vs AUS : दिल्ली का किला अब भी अभेद… कोहली की कॉन्ट्रोवर्सी से लेकर जड्डू के ऐतिहासिक प्रदर्शन तक
नई दिल्ली
भारत ने ऑस्ट्रेलिया को चार मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में भी चारों खाने चित कर दिया है। रोहित शर्मा के नेतृत्व वाली भारतीय टीम ने दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए दूसरे मैच में ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हराकर सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है और एक बार फिर बॉर्डर गावस्कर सीरीज पर कब्जा कर जमा लिया है। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 263 रन बनाए, इसके जवाब में भारतीय टीम ने अक्षर पटेल और अश्विन की साझेदारी की बदौलत पहली पारी में 262 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया को एक रन की बढ़त मिली, दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया ने ताबड़तोड़ शुरुआत की, लेकिन जडेजा ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी क्रम को झकझोर कर दिखा और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 7 विकेट चटकाए। भारत को जीत के लिए 124 रनों का लक्ष्य मिला, जिसे टीम ने 4 विकेट खोकर हासिल कर लिया। यहां हम आपको बताने जा रहे हैं भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया दूसरे टेस्ट मैच की 5 बड़ी बातों के बारे में।
टर्निंग ट्रैक पर मोहम्मद शमी की धार
कंगारुओं के दिमाग में पिच का भूत ऐसा बैठा है कि टीम ने लगातार दूसरा टेस्ट मैच गंवा दिया। पहले टेस्ट मैच में ही अश्विन और जडेजा की फिरकी के आगे ऑस्ट्रेलिया ने घुटने टेक दिए थे, दूसरे टेस्ट में फैंस ये उम्मीद लगाए बैठे थे कि शायद कंगारू जागेंगे और वापसी करेंगे, लेकिन दूसरे टेस्ट की पहली पारी में मोहम्मद शमी ने कहर बरपाया। टर्निंग ट्रैक पर शमी की सटीक लाइन लेंथ से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज चौंक गए और उनके सामने हथियार डाल दिए। शमी ने पहली पारी में चार विकेट लेकर भारत के लिए अच्छा प्लेटफॉर्म सेट कर दिया था। शमी ने पहली पारी में डेविड वॉर्नर, ट्रेविस हेड, लियोन और मैथ्यू का विकेट चटकाया।
विराट कोहली की कंट्रोवर्सी
विराट कोहली अपने होमग्राउंड पर काफी लंबे समय बाद खेलने उतरे थे। पहली पारी में जहां एक तरफ विकेट गिरने का सिलसिला जारी थी, तो वहीं दूसरी तरफ लोकल ब्वॉय कोहली काफी अच्छी लय में नजर आ रहे थे। अर्धशतक के करीब पहुंचे कोहली पारी के 50वें ओवर में एलबीडब्ल्यू आउट हो गए, लेकिन अंपायर नितिन मेनन के विवादास्पद फैसले पर विवाद खड़ा हो गया। क्योंकि ये पता नहीं चल सका कि गेंद पहले पैड से लगी है या बैट से और थर्ड अंपायर ने पक्का सबूत नहीं मिलने के कारण फील्ड अंपायर के फैसले को जायज ठहराया। कोहली दूसरी पारी में ज्यादा कुछ नहीं कर सके, लेकिन विराट कोहली सबसे तेज 25000 टेस्ट रन बनाने वाले खिलाड़ी जरूर बन गए।
टॉप ऑर्डर के फेल होने के बाद अक्षर ने दिखाया दम
हरफनमौला अक्षर पटेल इस समय अपने करियर के सबसे सुनहरे दौर से गुजर रहे हैं। बल्लेबाजी हो या गेंदबाजी दोनों ही विभागों में अक्षर विपक्षी टीमों के लिए काल बन गए हैं। पहले मैच में जडेजा के साथ मिलकर भारत की नैया पार लगाने वाले अक्षर ने दूसरे मैच में अश्विन के साथ साझेदारी बनाकर भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। अक्षर ने दोनों ही मैचों में अर्धशतकीय पारी खेलकर जीत में बड़ी भूमिका निभाई। उन्होंने दूसरे टेस्ट की पहली पारी में 7 विकेट गिरने के बाद अश्विन के साथ मिलकर शतकीय साझेदारी करके टीम की मुकाबले में वापसी कराई। वह मैच में भारत के लिए सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे। जडेजा की जगह शामिल किए गए अक्षर, जडेजा के आने के बाद भी टीम में जगह बनाने में कामयाब रहे हैं, इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि इस खिलाड़ी का प्रदर्शन कैसा रहा होगा।
स्वीप शॉट बना ऑस्ट्रेलिया का दुश्मन
ऑस्ट्रेलिया की टीम के पास ऐसे कई खिलाड़ी हैं, जो स्पिन को अच्छी तरीके से खेलना जानते हैं, लेकिन दूसरे मैच की दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने ठान लिया था कि कुछ भी हो हम स्वीप शॉट और रिवर्स शॉट खेलकर ही रन बनाएंगे और फिर आड़े टेढ़े शॉट खेलकर जो अपनी किरकिरी करवाई, उससे क्रिकेट एक्सपर्ट भी हैरान हैं। और इसका फायदा भारतीय गेंदबाजों को मिला। उन्हें दूसरी पारी में विकेट चटकाने में ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी। ऑस्ट्रेलिया के ज्यादातर बल्लेबाजों ने खराब शॉट खेलकर अपने विकेट गंवाए। कुछ ने तो स्वीप शॉट खेलने के प्रयास में अपना विकेट तोहफे में दिया।