6 के ‘चक्रव्यूह’ में फंसा पाकिस्तान, अर्थव्यस्था ने टेके घुटने, जनता को खाने के पड़े लाले
नई दिल्ली
आए दिन गीदड़ भभकी देने वाले पड़ोसी पाकिस्तान की हालात खराब है। स्थिति कितनी खराब है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 1971 में भारत के हाथों मुंह की खाने के बाद से ही पाकिस्तान की अर्थव्यस्था ने इस तरह घुटने नहीं टेके थे। फॉरेक्स रिजर्व से लेकर महंगाई तक पाकिस्तान इस समय 6 के ‘चक्रव्यूह’ में बुरी तरफ से फंस गया है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने तो पहले ही कह दिया है कि पाकिस्तान दिवालिया हो गया है। देश में चिकन 780 रुपये किलो बिक रहा है। तो वहीं, दूध का भाव 250 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गया है। बढ़ती मंहगाई की वजह से जनता की थाली में अब बमुश्किल सिर्फ जरूरी सामान ही दिख रहे हैं।
1- बाहरी कर्ज का दबाव
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक 2022-23 की पहली 2 तिमाही में बाहरी कर्ज अदायगी में 70 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिला है। इसी वजह से देश का विदेशी मुद्रा भंडार काफी कम हो गया है। बता दें, विदेशी मुद्रा भंडार देखकर किसी देश की अर्थव्यवस्था की सेहत का अंदाजा लगाया जा सकता है।
2- विदेशी मुद्रा भंडार ने दिखाया रेड फ्लैग
स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के अनुसार सेंट्रल बैंक के पास 10 फरवरी तक 3.193 अरब डॉलर फॉरेक्स रिजर्व था। वहीं, देश के पास लिक्विडिटी के रूप में मौजूद कुल फॉरेक्स रिजर्व 8.702 अरब डॉलर के आस-पास है। बता दें, कोई भी देश जब किसी अन्य से सामान मंगाता या बेचता है तो उसे डॉलर में कारोबार करना होता है। इस लिहाज से फॉरेक्स रिजर्व काफी जरूरी हो जाता है।
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3- राजकोषीय घाटा 43 प्रतिशत हुआ
पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार देश का राजकोषीय घाटा जुलाई से सितंबर 2023 तर 43 प्रतिशत बढ़कर हो गया था।
4- बढ़ती मंहगाई
सरकारी आंकड़ों के अनुसार पिछले सप्ताह में पाकिस्तान में महंगाई स्तर 38.42 प्रतिशत तक पहुंच गई। चिकन, प्याज, खाने के तेल की कीमतों में तेज इजाफा देखने को मिला है। देश में पेट्रोल 272 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। बता दें, हाल में पाकिस्तान की सरकार ने पेट्रोल की कीमतों में 22.20 रुपये प्रति लीटर का इजाफा किया है।
5- आईएमएफ से कर्ज मिलने में देरी
पिछले सप्ताह फाइनल एग्रीमेंट के पहले ही आईएमएफ की टीम के लौट जाने से पाकिस्तान घबराया हुआ है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री ने सभी पूर्व शर्तों पर सहमति जताई है। पाकिस्तान सरकार ने टैक्स और तेल की कीमतों में इजाफा भी कर दिया है। लेकिन इसके बावजूद भी अभी तक आईएमएफ की तरफ से कोई मदद का ऐलान नहीं हुआ है।
6- डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपये की घटती साख
पाकिस्तान की स्थिति कितनी खराब है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि डॉलर के मुकाबले उनकी अपनी करेंसी कमजोर हो रही है। 1 डॉलर की कीमत 262.85 पाकिस्तानी रुपये हो गया है। पाकिस्तान रुपये की घटती वैल्यू ने भी सरकार के लिए मुश्किलें पैदा की हैं।