कैबिनेट फैसले के बाद आबकारी अमला हरकत में, दुकानों अहातों का सर्वे शुरू
भोपाल
प्रदेश कैबिनेट की कल की बैठक के फैसले के बाद आबकारी अमला हरकत में आ गया। एक अप्रैल से नए नियम के तहत शहर के सभी 90 अहाते बंद किए जाएंगे। धार्मिक और शैक्षणिक संस्थानों के साथ कितनी दुकानें हैं इसका सर्वे शुरू हो गया है। जिले में करीब 28 शराब दुकानें ऐसी हैं, जो स्कूल, कॉलेज, शिक्षण संस्थानों और मंदिरों के पास संचालित हो रहीं हैं। अब इन दुकानों को भी दूसरी जगह शिफ्ट करने की तैयारी शुरू हो गई है।
ओरछा-भोपाल की 4 दुकानें हो सकती है शिफ्ट
ओरछा में निवाड़ी जिले की सीमा के पास मंदिर से कुछ दूरी पर स्थित दुकान, भोपाल में अध्योध्या बाइपास चौराहे पर मंदिर के पास, होशंगाबाद रोड पर ओरा माल के करीब स्कूल और मंदिर के समीप स्थित दुकान और बरखेड़ा पठानी में मंदिर से लगी दुकान शिफ्ट की जा सकती है।
नर्मदापुरम् रोड की स्थिति ज्यादा खराब
नर्मदापुरम् रोड पर स्थित आईएसबीटी के पास मुख्य रोड पर स्थित शराब दुकान के आसपास दर्जनों कोचिंग संस्थान हैं। इसी तरह, वीर सावरकर ब्रिज के पास बहुत बड़े इलाके में दुकान खोल दी गई है। इसी तरह, पांच नंबर बस स्टॉप के पास मंदिर के पास ही शराब दुकान को खोला गया है। अयोध्या नगर बायपास स्थित शराब दुकान के ठीके सामने मंदिर है। कोलार के गेहूंखेड़ा में मस्जिद के सामने शराब दुकान संचालित हो रही है। करोद मुख्य रोड पर हायर सेकेण्डरी स्कूल के पास शराब दुकान चल रही है। 11 मील में स्थित शराब दुकान मंदिर के पास स्थित है। जहांगीराबाद क्षेत्र में भी मंदिर के पास शराब दुकान चल रही है।
जिले में वर्तमान में 60 शराब दुकानों के साथ अहाते संचालित हो रहे थे। यह फीस शराब दुकान के साथ शामिल थी। वहीं 30 शराब दुकानों के लिए अहाते अलग से लाइसेंस लेते हैं। शहर में स्कूल, कॉलेज, शैक्षणिक संस्थानों और धर्म स्थलों के पास कितनी दुकानें संचालित हो रही हैं, इसकी सूची बनवाई जा रही है।
– सजेंद्र मोरी, जिला आबकारी कंट्रोलर