मुख्यमंत्री ने ई-लाईब्रेरी का किया उद्घाटन
रायपुर
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय भिलाई की ई-लाईब्रेरी का उद्घाटन किया। ई-लाईब्रेरी के माध्यम से सरगुजा से बस्तर तक 33 जिलों के फामेर्सी, डिप्लोमा, इंजीनियरिंग व मैनेजमेंट संस्थानों में अध्ययनरत 27,000 छात्र-छात्राओं को उनके मोबाइल और लैपटॉप पर आॅनलाईन किताबों कि सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।
मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय की पूरी टीम को विद्यार्थियों की सुविधा के लिए की गई इस अभिनव पहल के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस अवसर पर कहा कि कोरोना महामारी के दौर में अध्ययन अध्यापन का कार्य काफी प्रभावित हुआ था। उस दौर में पूरे विश्व के सामने अध्ययन अध्यापन का कार्य कराना एक चुनौती थी। ऐसे समय में आॅनलाइन कक्षाओं का संचालन तो शुरू हुआ, लेकिन विद्यार्थियों को किताबें उपलब्ध नहीं हो पाती थीं, क्योंकि सारे शैक्षणिक संस्थान तब बंद थे।
उन्होंने कहा कि भविष्य में इन कठिनाइयों की पुनरार्वृत्ति न हो, इस दिशा में छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय भिलाई ने ई-लाईब्रेरी के जरिए एक प्रभावी कदम उठाया है। ई-लाईब्रेरी से आगामी 7 वर्षों तक ये किताबें विद्यार्थियों के मोबाइल और लैपटॉप पर उपलब्ध रहेंगी। आगामी 4 वर्षों में लगभग 60,000 विद्यार्थी इस सुविधा का लाभ कभी भी-कहीं भी अपने मोबाइल और लैपटॉप पर ले सकेंगे। विश्वविद्यालय का यह प्रयास राज्य के विद्यार्थियों के अध्ययन में सहायक होगा, तथा उन्हें बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यार्थी इस सुविधा का लाभ उठाकर अपने संस्थान तथा प्रदेश का नाम राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने का प्रयास करें।
इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी श्री अमरजीत भगत, उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव, मुख्यमंत्री एवं पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग श्री सुब्रत साहू, छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय भिलाई के कुलपति डॉ. एम.के. वर्मा सहित विश्वविद्यालय के सहायक अध्यापक श्री विवेक मिश्रा और श्री आर.जे. ब्रिजेश तथा विद्यार्थी उपस्थित थे।