शेयर बाजार हुआ धड़ाम, सेंसेक्स 928 अंक लुढ़का, Adani का शेयर 11% टूटा
मुंबई
भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) में बड़ी गिरावट बुधवार को देखने को मिली. लाल निशान पर खुलने के बाद मार्केट के दोनों इंडेक्स Sensex-Nifty दिन भर गिरावट के साथ ही ट्रेड करते रहे. कारोबार के अंत में बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 928 अंक या 1.53 फीसदी फिसलकर 59,744.98 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं एनएसई का निफ्टी 272 अंक टूटकर 17,554.30 के लेवल पर क्लोज हुआ.
लाल निशान पर खुले थे सेंसेक्स-निफ्टी
इससे पहले Sensex 263.92 अंक या 0.43% की गिरावट के साथ 60,408.80 पर ओपन हुआ था. जबकि, Nifty इंडेक्स ने 67.70 पॉइंट या 0.38% टूटकर 17,750 के लेवल पर कारोबार शुरू किया. जैसे-जैसे दिन बढ़ता गया ये गिरावट और तेज होती गई. दोपहर 12.40 बजे तक सेंसेक्स में 700 अंकों से ज्यादा की गिरावट आ चुकी थी और ये 60 हजार के स्तर से नीचे पहुंच गया था.
बुधवार को शेयर बाजार में आई इस गिरावट के बीच सबसे ज्यादा नुकसान गौतम अडानी के नेतृत्व वाली कंपनी अडानी इंटरप्राइजेज के निवेशकों को हुआ. कारोबार खत्म होने पर Adani Enterprises के शेयर 11.05 फीसदी फिसलकर 1,397.50 रुपये के लेवल पर बंद हुए. सेंसेक्स के 30 में 29 शेयर लाल निशान पर बंद हुए.
Adani के सभी शेयरों में गिरावट
अडानी ग्रुप के अन्य शेयरों की बात करें तो Adani Wilmar के शेयर 5 फीसदी गिरावट के साथ 390.30 रुपये पर, Adani Power के शेयरों में लोअर सर्किट लगा और ये 5 फीसदी गिरकर 162.45 रुपये पर बंद हुए.इसके अलावा दिनभर के कारोबार के बाद Adani Green 5%, Adani Ports and Special Economic Zone 7.24%, Adani Total Gas 5%, Adani Transmission 5%, Ambuja Cements 5.09% और ACC Ltd के शेयरों में 4.18% की गिरावट दर्ज की गई.
निवेशकों के 3.88 लाख करोड़ रुपये डूबे
शेयर बाजार में आई इस गिरावट के चलते निवेशकों के करीब 3.88 लाख करोड़ रुपये डूब गए. इस साल अब तक गिरावट की बात करें तो सेंसेक्स में लगभग 1.75 फीसदी और निफ्टी में 3.04 फीसदी की गिरावट आई है. मंगलवार को अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में एक बार फिर बड़ी बढ़ोतरी के संकेत मिलने पर अमेरिकी बाजारों में भी भूचाल आया था. S&P 500 और DOw Jones में 2 फीसदी की गिरावट आई थी. वहीं एशिया निक्केई 1.34 फीसदी और हेंग सेंग 0.5 फीसदी गिर गया था.
गिरावट की ये हो सकती है बड़ी वजह!
मार्केट में गिरावट की वजहों की बात करें तो US Fed की ओर से ब्याज दरों में इजाफे के संकेत मिलने के असर के साथ ही भारतीय रिजर्व बैंक से जुड़ी एक खबर आने के बाद बाजार में गिरावट तेज हो गई. दरअसल, रॉयटर्स पोल के मुताबिक, RBI अगली एमपीसी मीटिंग में एक बार फिर से रेपो रेट में बढ़ोतरी (Repo Rate Hike) का फैसला कर सकती है. अप्रैल में होने वाली इस बैठक में रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट के इजाफे की संभावना जताई गई है. अगर ऐसा होता है, तो फिर Repo Rate बढ़कर 6.75 फीसदी हो जाएगा, जो इसका सात साल का उच्च स्तर होगा.