महारैली के आफ्टर इफेक्ट्सः नीतीश के लिए बीजेपी पर मांझी ने किया हमला, अमित शाह के बयान पर किया पलटवार
बेगूसराय
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे के बाद बिहार की सियासत में कई बदलाव देखे जा रहे हैं। अमित शाह ने नीतीश कुमार के लिए बीजेपी के दरवाजे हमेशा के लिए बंद कर दिया, तो नीतीश कुमार ने भी अपनी बची हुई राजनीति लालू यादव के साथ करने की घोषणा कर दी। इस बीच पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समर्थन में बीजेपी पर बड़ा पलटवार किया है। मांझी ने अमित शाह के एक बयान पर तीखा जवाब दिया है।
शनिवार की रात बेगूसराय पहुंचे पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार भाजपा में जाने के लिए प्रार्थना तो नहीं कर रहे हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने कभी एप्लीकेशन दिया है क्या? वह तो खुद कह रहे हैं कि अब हमेशा हमेशा के लिए महागठबंधन के साथ ही रहेंगे। ऐसे में अमित शाह की बात का कोई मतलब नहीं रह जाता। पूर्णिया की रैली में नीतीश कुमार ने कहा था कि अब जीवन भर महागठबंधन में रहेंगे। उन्होंने संबोधन में कहा कि जीवन भर आपके साथ रहेंगे, अब मेरी कोई ख्वाइश नहीं है। आपके लिए काम करेंगे।
पूर्व सीएम मांझी ने कहा कि महागठबंधन में साथ पार्टी का ऐलान से हमारे साथ 70 प्रतिशत वोट है। उनके पास 30 प्रतिशत है। अब 70% ज्यादा है या 30 प्रतिशत। ऐसे में नीतीश कुमार उनके साथ क्यों जाएंगे? लोग बोलने के लिए कुछ कहते रहते हैं। पूर्णिया रैली के मंच पर नीतीश कुमार से मिले आश्वसान से जीतन राम मांझी उनपर खुलकर मेहरबान दिख रहे हैं।
दरअसल, मांझी के तेवर भाजपा को लेकर ऐसे हीं गरम नहीं हुए। पश्चिमी चंपारण के लौरिया में खुले मंच से अमित शाह ने कहा कि नीतीश कुमार ने जीतनराम मांझी को भी धोखा दिया। उन्हें कुर्सी पर बैठाया और फिर उतार दिया। इसके जवाब में पूर्णिया के मंच से नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी पर खुलकर दरियादिली दिखाई। नीतीश कुमार ने कहा कि मांझी को कोई इधर उधर नहीं करना है। हम लोग मिलकर ही उनको आगे बढ़ा देंगे। नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि हम ही उनको अपना सीट छोड़कर मुख्यमंत्री बनाए और कहता है कि धोखा दिया। मांझी जी निश्चिंत रहें। हम आगे भी उनके साथ अच्छा करेंगे। नीतीश कुमार इससे पहले जीतन राम मांझी पर इतने उदार नहीं दिखे। इसी असर बेगूसराय में मांझी के बयान पर दिख गया।