कोचिंग संचालकों में वर्चस्व की जंग, गुर्गों से दिलवाते हैं धमकी, बरामद हुई पिस्टल और मैगजीन
पटना
पटना पुलिस ने कोचिंग संचालक और अपराधियों के गठजोड़ का खुलासा किया है। इस मामले में पुलिस ने हथियार के साथ एसके सिंह कैमेस्ट्री कोचिंग सेंटर के संचालक सदन कुमार सिंह और उसकी सहायक राधा को गिरफ्तार किया है। उनके पास से एक पिस्टल, एक मैगजीन, दो जिंदा कारतूस और एक मोबाइल फोन बरामद किया गया। आरोपित के मोबाइल फोन में एक वाट्सएप ग्रुप मिला है। उसमें कई आपराधिक प्रवृति वाले पूर्व छात्र जुड़े हुए हैं। पुलिस वाट्सएप ग्रुप से जुड़े लोगों की तलाश कर रही है।
गुर्गों से प्रतिद्वंद्वी कोचिंग संचालकों को धमकाते थे
एसएसएपी डा. मानवजीत सिंह ढिल्लों ने प्रेसवार्ता कर बताया कि बहादुरपुर, कदमकुआं व पीरबहोर स्थित कोचिंग संचालकों में वर्चस्व की लड़ाई चलती रहती है। कई कोचिंग संचालक बाहर से पटना आने वाले छात्रों का नामांकन अपने संस्थान में कराने के लिए रंगदार का सहारा लेते हैं। उन एजेंटों को मुंह मांगे रुपये व हथियार तक मुहैया कराया जाता है।
गत दिनों सरस्वती प्रतिमा विसर्जन जुलूस में गोलीबारी की घटना में ऐसे कोचिंग संचालक और आपराधिक पृष्टभूमि वाले पूर्व छात्रों का पता चला था। इसी बीच पता चला कि बहादुरपुर स्थित एसके सिंह कैमेस्ट्री कोचिंग सेंटर में बाहर से अवैध हथियार मंगाकर रखा गया है।
8 रंगदारों की हुई पहचान
सूचना के बाद सहायक पुलिस अधीक्षक पटना सिटी के नेतृत्व में बहादुरपुर थाना प्रभारी की टीम ने कोचिंग सेंटर में छापेमारी की। वहां से हथियार व कारतूस बरामद किए गए। इसके बाद कोचिंग संचालक बहादुरपुर थाना निवासी सदन कुमार सिंह और बहादुरपुर की ही सहायक राधा झा को गिरफ्तार कर लिया गया।
एसएसपी ने बताया कि कोचिंग संचालक वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से रंगदारों को आदेश देता था। प्रतिद्वंद्वी कोचिंग संचालकों को डराने-धमकाता था। ऐसे आठ लोगों की पहचान की गई है। जल्द उनकी गिरफ्तारी की जाएगी।