नागालैंड के 4 बूथ पर नहीं थे मतदाता, आज फिर से होगा चुनाव; दोहराई जाएगी ‘न्यूटन’ की कहानी
नई दिल्ली
भारत में चुनाव एक लोकतांत्रिक उत्सव है और इस उत्सव में सभी की हिस्सेदारी हो, इस जिम्मेदारी को भारतीय चुनाव आयोग बखूबी निभाता है। चुनाव आयोग ने नगालैंड के जुन्हेबोटो, सनिस, तिजित और थोनोक्न्यू निर्वाचन क्षेत्रों में चार मतदान केंद्रों पर फिर से मतदान कराने के आदेश दिए हैं। इस चार बूथों पर आज वोटिंग होगी। सामान्य पर्यवेक्षकों की तरफ से जारी रिपोर्ट्स के आधार पर और सभी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए, चुनाव आयोग ने सोमवार को चार मतदान केंद्रों पर हुए मतदान को शून्य घोषित कर दिया था, ये चारों सीटें एसटी के लिए रिजर्व हैं।
साल 2017 में आई फिल्म 'न्यूटन' की कहानी भी कुछ ऐसी ही थी। फिल्म में नक्सली प्रभावित एरिया वाले बूथ पर मतदाताओं को बुलाने के लिए कई तरह की तरकीब अपनाई गई थी। ठीक इसी तरह चुनाव आयोग ने नागालैंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को मंगलवार को पत्र लिखकर चार मतदान केंद्रों पर बुधवार को सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे के बीच फिर से मतदान कराने की व्यवस्था करने को कहा।
ढोल पीटकर बुलाए जाएंगे मतदाता
नागालैंड के चार मतदान केन्द्रों के क्षेत्रों में ढोल पीटकर या किसी अन्य सुविधाजनक तरीके से व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा और आज होने वाले चुनाव के बारे में राजनीतिक दलों और चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को लिखित रूप से सूचित किया जाएगा।चार मतदान केंद्रों में से कोई भी हालांकि भंडारी, मोन्याक्षु और अटोइजू निर्वाचन क्षेत्रों के अंतर्गत नहीं आता है, जहां सोमवार को मतदान के दिन हिंसा की तीन बड़ी घटनाएं हुईं। इन घटनाओं में आईटीबीपी के एक जवान और नगालैंड पुलिस के एक जवान समेत पांच लोग घायल हो गए।
इंटरनेट रहेगा बंद
इस बीच, नागालैंड के गृह विभाग ने मंगलवार सुबह पूर्वी नागालैंड के किफिर जिले में अगले आदेश तक मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करने का आदेश दिया। सियोचुंग-सितिमी निर्वाचन क्षेत्र के कुछ मतदान केंद्रों पर बीजेपी समर्थकों की तरफ से फिर से मतदान मांग के बाद जिले में तनाव व्याप्त हो गया। बीजेपी के वी काशिहो संगतम यहां नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के उम्मीदवार सी किपिली संगतम के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। बीजेपी प्रॉक्सी वोटिंग का आरोप लगाते हुए पुनर्मतदान की मांग कर रही है। स्थानीय लोगों ने कहा कि किफिर के पुंगरो-किफिर निर्वाचन क्षेत्र में भी तनाव बढ़ रहा है क्योंकि नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) के उम्मीदवार एस किसुमेव यिमचुंगेर और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) के उम्मीदवार टी यांगसेओ संगतम के समर्थक आपस में भिड़ गए हैं।
राज्य के गृह आयुक्त अभिजीत सिन्हा ने संदेश सेवाओं, व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के दुरुपयोग को रोकने के लिए इस आशय की एक अधिसूचना जारी की, जिससे कानून और व्यवस्था की स्थिति पैदा हो सकती है। 27 फरवरी को हुए मतदान में नागालैंड का अंतिम मतदान 85.90 प्रतिशत रहा, जबकि मेघालय में यह 85.27 तक पहुंच गया।