मासूम बच्चे को सुलाकर माँ ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
इंदौर
स्वर्णबाग कालोनी में 25 वर्षीय साक्षी पाठक नामक युवती ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के वक्त पति राज पत्नी के लिए पिज्जा लेने गया था। साक्षी ने छह माह के बच्चे वासु को बाहर सुला दिया था। साक्षी की बहन प्रेरणा भागवतकर ने इस मामले में पति पर आरोप लगाए हैं।
विजयनगर पुलिस के मुताबिक साक्षी काल सेंटर(टास्कस) में कस्टमर केयर की नौकरी करती थी। राज भी टेलीपरफॉर्मेंस में टीम लीडर है।
मूलत: जबलपुर की रहने वाली साक्षी ने बनारस के राज से पिछले साल 5 फरवरी को ही प्रेम विवाह किया था। साक्षी मायके जाने की तैयारी कर रही थी। राज और साक्षी ने मंगलवार को खरीददारी भी की थी। कपड़े और बच्चे का सामान भी खरीदा था।
बुधवार को भी कुछ खरीददारी करने की बात हुई थी। राज के मुताबिक खरीददारी के कारण दोनों थक गए थे। तय हुआ कि रात में खाना नहीं बनाना है। साक्षी ने राज को पिज्जा लाने का बोला तो वह चला गया।
करीब 11:30 बजे लौटा तो पता चला छह महीने का बेटा वासु सो रहा है, लेकिन साक्षी नहीं है। दूसरे कमरे में देखा वह फांसी लगा कर जान दे चुकी थी।
राज ने साक्षी को सीने से लगा लिया और जोर-जोर से रोने लगा। आवाज सुनकर पड़ोसी आए और तुरंत एलआइजी चौराहा स्थित निजी अस्पताल ले गए।
राज के मुताबिक इस बीच उसने मुंह से सांस और सीपीआर भी दिया था। एक बार साक्षी ने आंखें खोली, लेकिन उसके बाद सांसें बंद हो गई। साक्षी ने फांसी क्यों लगाई यह अभी स्पष्ट नहीं हुआ है।
प्रेरणा के मुताबिक कुछ बात है जो राज छुपा रहा है। एक साल पूर्व साक्षी की मां का निधन हुआ था। तब उसने हिम्मत नहीं हारी फिर अचानक क्यों फांसी लगाई। इसकी जांच होना चाहिए।