November 24, 2024

शुभ संकेत : मूडीज ने 2023 के लिए भारत के वृद्धि अनुमान को बढ़ाकर 5.5% किया

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 नई दिल्ली.

साल 2023 भारत की अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा साबित हो सकता है। मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस (Moody's) ने बजट में पूंजीगत व्यय में की गई वृद्धि और मजबूत आर्थिक गति को देखते हुए साल 2023 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि के अनुमान को बढ़ा दिया है। यह पहले 4.8 प्रतिशत था, जिसे अब बढ़ाकर 5.5 प्रतिशत कर दिया गया है। यह भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक अच्छा संकेत है।

भारत में, वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए पूंजीगत व्यय बजट आवंटन में 10 ट्रिलियन (जीडीपी का 3.3 प्रतिशत) की तीव्र वृद्धि को शामिल किया गया है। यह मार्च में समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के लिए 7.5 ट्रिलियन रुपये की तुलना में अधिक है।

अर्थव्यवस्था में तेजी का अनुमान

70 आधार अंकों की वृद्धि का अनुमान लगाते हुए मूडीज के मुताबिक, 2023 में वास्तविक GDP विकास दर 5.5 प्रतिशत होने का अनुमान है, जो 2024 में बढ़कर 6.5 प्रतिशत होने की उम्मीद है। इसके आलवा, 2023 के लिए बड़े कैरी-ओवर प्रभाव के रूप में भारत के विकास दर अनुमान को बढ़ाया गया है।

उभरते बाजार के रूप में आ रहा भारत

मूडीज ने कहा कि भारत सहित कई उभरते बाजार वाले देशों में आर्थिक गति पिछले साल के अनुमान से अधिक मजबूत साबित हुई है। बता दें कि ग्लोबल मैक्रो आउटलुक 2023-24 में मूडीज ने अमेरिका, कनाडा, यूरो क्षेत्र, भारत, रूस, मैक्सिको और तुर्किये सहित कई जी20 अर्थव्यवस्थाओं के लिए वास्तविक विकास अनुमानों को पेश किया है।

वैश्विक विकास रहेगा धीमा

भारत को छोड़ वैश्विक विकास पर ध्यान दें तो मूडीज का अनुमान है कि 2023 में यह धीमा रहेगा। अधिकांश प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में आर्थिक गतिविधियों और रोजगार पर संचयी मौद्रिक नीति का असर दिखेगा। G-20 वैश्विक आर्थिक विकास 2022 के 2.7% से घटकर 2023 में 2% हो जाएगा, वहीं, 2024 में फिर से 2.4% तक सुधार होने का अनुमान है।

मूडीज ने वैश्विक व्यापक परिदृश्य 2023-24 के फरवरी के अपडेट में अमेरिका, कनाडा, यूरोप, भारत, रूस, मैक्सिको और तुर्किये सहित कई जी20 अर्थव्यवस्थाओं के लिए वृद्धि अनुमान को बढ़ाया है। वर्ष 2022 के मजबूत अंत के चलते यह बढ़ोतरी की गई। मूडीज ने कहा, ''भारत के मामले में, वित्त वर्ष 2023-24 के बजट में पूंजीगत व्यय के लिए आवंटन (जीडीपी का 3.3 प्रतिशत) में तेज बढ़ोतरी की गई। यह आंकड़ा बीते वित्त वर्ष के 7,500 अरब रुपए से बढ़कर 10,000 अरब रुपए हो गया।''

रेटिंग एजेंसी ने कहा कि ऐसे में वास्तविक जीडीपी वृद्धि 2023 में 0.70 प्रतिशत अधिक यानी 5.5 प्रतिशत हो सकती है। इसके 2024 में 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है। इसमें आगे कहा गया कि 2022 की दूसरी छमाही में मजबूत आंकड़े इस बात की उम्मीद जताते हैं कि 2023 में प्रदर्शन मजबूत रहेगा। मूडीज ने कहा कि भारत सहित कई बड़े उभरते बाजार वाले देशों में आर्थिक गति पिछले साल अनुमान से अधिक मजबूत रही है।

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