September 23, 2024

महंगे LPG सिंलेडर का साइड इफेक्ट, चाय की चुस्की से लेकर भुजिया और गुझिया पर भी होगा असर

0

नई दिल्ली

होली से पहले पेट्रोलियम कंपनियों ने घरेलू और व्यावसायिक सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी कर दी है। इसका हर वर्ग की जेब पर असर दिख सकता है। ठेले और दुकान पर 10 रुपये में बिकने वाली चाय भी महंगी हो सकती है। इसके साथ ही, ठेले, खोमचे से लेकर रेस्तरां और होटल में खाना-पीना भी महंगा हो सकता है, क्योंकि 19 किलोग्राम के व्यावसायिक सिलेंडर के दामों में सबसे अधिक 350.50 रुपये का इजाफा हुआ, जो अब 2119.50 रुपये में मिलेगा।

 माना जा रहा है कि आने वाले एक से दो-दिन में ही इसका बाजार में असर दिखाई देने लगेगा। राजधानी में प्रदूषण के चलते कोयले के इस्तेमाल पर रोक है, जिस कारण होटल, रेस्तरां से लेकर हर छोटे बड़े ठेले पर भी ईंधन के तौर पर गैस का इस्तेमाल होता है। बता दें 14.2 किलोग्राम के घरेलू गैस सिलेंडर के दाम बीते दो वर्ष में (एक जनवरी 2021) 15 बार बढ़े हैं, जबकि 19 किलोग्राम के व्यावसायिक सिलेंडर की कीमतों में 34 बार फेरबदल हुआ है।

कीमतें बढ़ना तय

दिल्ली होटल एसोसिएशन के सचिव सौरभ छाबड़ा का कहना है कि दिल्ली में होटल, फार्म हाउस, रेस्तरां में सभी बड़े पैमाने पर गैस सिलेंडर का इस्तेमाल होता है। व्यावसायिक सिलेंडर महंगा होने से खाना तैयार करने में लागत खर्च बढ़ेगा, जिसके चलते सभी लोग अपने उत्पादों की कीमतें बढ़ाएंगे। जो लोग घर से बाहर निकलकर पार्टी करना चाहते हैं या जिन घरों में अभी शादी या अन्य तरह का कोई कार्यक्रम हैं, उन पर भी इसका भार बढ़ेगा।

25 रुपये किलो तक गुजिया होगी महंगी

 होली पर लोगों को मिठाई खरीदना और पकवान बनाना दोनों महंगा पड़ेगा। घरेलू गैस सिलेंडर के अलावा कमर्शियल सिलेंडर बुधवार से गैस एजेंसियों पर 2111 रुपये का कर दिया गया है, जो 28 फरवरी तक बाजार में 350 रुपये सस्ता था। पांच साल पहले मार्च 2019 में कमर्शियल सिलेंडर 1297 रुपये का मिल रहा था।

दो तरफा बोझ पड़ेगा, बाहर से खाना मंगाना भी महंगा

घरेलू और कमर्शियल गैस सिलेंडर महंगा होने से उपभोक्ताओं पर दोहरी मार पड़ेगी। घर में खाना बनाने के अलावा, बाहर से खाना मंगवाना भी महंगा पड़ेगा। शहर में हर महीने डेढ़ से दो लाख कमर्शियल सिलेंडर की खपत होती है। सेक्टर-45 सदरपुर स्थित वरदान गैस एजेंसी की प्रभारी रचना यादव ने बताया कि कमर्शियल सिलेंडर का इस्तेमाल सबसे ज्यादा होटल, रेस्टोरेंट, किचन व इंडस्ट्री इकाईयों में होता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *