चीन की हालत हो गई खस्ता, कोरोना ने इकोनॉमी की ‘तबाह’; 50 साल पीछे धकेला
चीन
चीन ने खराब नीतियों के चलते अपनी अर्थव्यवस्था को 50 साल पीछे धकेल दिया है। कई दशकों में पहली बार चीन की आर्थिक विकास दर 3 फीसदी रही। रविवार को शी जिनपिंग की अध्यक्षता में हुई बैठक में चीन की सरकार ने इस साल अपनी विकास दर का लक्ष्य 5 फीसदी रखा है। जो काफी कम है। हालांकि विश्व बैंक का अनुमान है कि इस साल चीन की विकास दर 4.3 फीसदी रह सकती है। वहीं, भारत की बात की जाए तो दुनियाभर की एजेंसियों ने संभावना जताई है कि इस साल भारत की आर्थिक विकास दर 6.7 से 7 फीसदी तक रह सकती है।
एजेंसियों से मिली जानकारी के अनुसार, चीन ने साल 2023 के लिए अपनी आर्थिक वृद्धि दर 5 फीसदी का लक्ष्य रखा है। यह कई दशकों में बहुत कम है। हालांकि विश्व बैंक का अनुमान है कि चीन की विकास दर इससे भी कम रह सकती है। उसके मुताबिक, इस साल चीन 4.3 फीसदी विकास दर हासिल कर सकता है। चीन ने साल 2022 के लिए विकास दर 5.5 लक्ष्य रखा था, लेकिन, सिर्फ 3 फीसदी विकास दर ही हासिल कर पाया।
क्या है चीन की इस हालत की वजह
एजेंसियों की रिपोर्ट है कि चीन की इस खस्ता हालत की वजह कोरोना संक्रमण को लेकर जीरो कोविड नीति है। जीरो कोविड नीति की वजह से चीन दो साल तक लॉकडाउन जैसी स्थिति में रहा। इस वजह से उसके स्टॉक मार्केट से लेकर तमाम व्यापार गर्त में चले गए। अरबों लोगों को घरों में कैद करके चीन की सरकार ने तानाशाही रवैया अपनाया और लोगों के साथ बुरा सलूक किया। लोग सड़क पर उतरे तो जवाब में चीन सरकार ने तोप और सेना को सड़क पर मुकाबले के लिए उतार दिया। फिर कुछ ही समय में बिना किसी प्लानिंग के जीरो कोविड नीति रातों-रात समाप्त कर दी। इसका नतीजा यह हुआ कि चीन में कोरोना काल बनकर टूटा। लाखों की संख्या में लोग रोजाना बीमार हुए। खराब नीति और सोच ने चीन को दशकों साल पीछे धकेल दिया है।
50 साल पुरानी अर्थव्यवस्था में लौटा चीन
चीन की अर्थव्यवस्था 50 साल पुरानी अर्थव्यवस्था में लौट आया है। इससे पहले साल 1974 में चीन की आर्थिक विकास दर 2.3 फीसदी थी। वहीं, साल 2022 में चीन की विकास दर 3 फीसदी रही। तमाम मुश्किलों के बावजूद चीन की हेकड़ी कम नहीं हो रही है। पीपुल्स कांग्रेस ने रविवार को एक बयान में कहा, "बड़ी कठिनाइयों और चुनौतियों पर काबू पाने के बाद, हम समग्र स्थिर आर्थिक प्रदर्शन को बनाए रखने में सफल रहे।"
लगातार बढ़ रहा भारत
उधर, भारतीय अर्थव्यवस्था लगातार बढ़ रही है। एक अनुमान के अनुसार, साल 2023 में भारत की आर्थिक विकास दर 6.7 से 7 फीसदी तक रह सकती है। साल 2022 में भारत की आर्थिक विकास दर 8.7 रही थी, जो चीन के मुकाबले कहीं ज्यादा है।