बैरागढ़ और गांधीनगर में सट्टे का व्यापार धड़ल्ले से संचालित, कई परिवार बर्बाद हुए इस लत से
संत हिरदाराम नगर
राजधानी से सटे उपनगर बैरागढ़ और गांधीनगर में सट्टे का एक बड़ा व्यापार धड़ल्ले से संचालित हो रहा है। दर्जनों सटोरिए यहां पर सक्रिय होकर सट्टे का काम कर रहे हैं। जिसके चलते यहां पर कई परिवार भी तबाह हो गये हैं। यहां पर सटोरियों द्वारा युवा पीडी को सट्टे की लत लगा कर उन्हें सटोरिया बना रहे हैं।
जानकारी के अनुसार संत नगर और गांधीनगर में कई सटोरिए सट्टे का व्यापार कर करोड़पति बन गए, लेकिन जो लोग इसमें संलिप्त होकर अपना व्यापार छोड़कर सट्टा खेल रहे हैं, उनके घर बर्बाद हो गए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ सटोरिए भाजपा से जुड़े हुए भी हैं, जिसके चलते उन्हें संरक्षण मिल रहा है। स्थानीय लोगों की माने तो इन सटोरियों द्वारा युवाओं को सट्टे की लत लगाकर उनके जीवन से खिलबाड़ किया जा रहा है। युवा पीढ्ी सट्टे की लत के चलते न तो अपनी पढ़ाई कर पा रहे हैं और न ही अपना व्यापार। वहीं इनमें से कई लोग भाजपा के बड़े नेताओं से जुड़े होने के कारण, न तो उनके खिलाफ कोई आवाज उठा पा रहा है और न ही पुलिस प्रशासन उनके विरूद्ध कोई कार्यवाही कर पा रही है।
डर के कारण दबी लोगों की आवाज
संत नगर में सटोरियों का दबदबा इतना ज्यादा है कि कोई भी उनके विरूद्ध बोलने को तैयार नहीं हैं। वहीं स्थानीय पुलिस प्रशासन की भी इसमें सहभागिता नजर आ रही है। इसके अलावा कई सटोरिए सत्ता और बड़े नेताओं से जुड़े हुए हैं, जिसके कारण कोई भी इनके विरूद्ध आवाज नहीं उठा पा रहे हैं। युवाओं के परिवार जन भी सब जानते हुए चुप्पी साधे हुए हैं। नेतागिरी और दबंगाई की आड़ में इनके द्वारा सट्टे का यह बड़ा व्यवसाय किया जा रहा है।
पुलिस की कार्य प्रणाली पर उठे सवाल: संत नगर के सटोरिए युवा पीढ़ी के ही दुश्मन बने हुए हंै। सट्टे की लत को लेकर युवा इसमें संलिप्त होते जा रहे हैं। स्थानीय लोगों की माने तो यहां पर सटोरियों द्वारा बड़े स्तर पर सट्टे का व्यापार किया जा रहा हैं। आए दिन यह खबर भी समाचारों में लगातार सामने आ रही है कि यहां पर सट्टे का काम बड़े स्तर पर चल रहा है। हालांकि यह कहना उचित नहीं है कि इसकी खबर कहीं ना कहीं स्थानीय पुलिस को है या नहीं, या इनके द्वारा गुप्त रूप में यह सट्टे का काम किया जा रहा है।
कई बार हो चुकी कार्यवाही: सटोरियों पर कार्यवाही की बात की जाए तो, स्थानीय पुलिस के अलावा यहां पर कई कार्यवाहियां हो चुकी हैं। हाल ही में मुंबई पुलिस द्वारा यहां से कई सटोरियों को पकड़ा था। इसके अलावा क्राइम ब्रांच द्वारा भी हाल ही में कुछ सटोरियों पर कार्यवाही की गई थी। लेकिन स्थानीय पुलिस द्वारा एक बार भी यहां के सटोरियों पर कोई कार्यवाही नहीं की गई।