उमेश पाल हत्याकांड: प्रयागराज में मुस्लिम बोर्डिंग हाउस के 110 कमरों पर लगा ताला, उमेश हत्याकांड के साजिशकर्त
प्रयागराज
मुस्लिम बोर्डिंग हाउस के कमरा नंबर 36 में अवैध रूप से रहने वाले सदाकत ने अतीक गैंग से मिलकर उमेश पाल हत्याकांड की साजिश रची थी। यह सनसनीखेज खुलासा बीते दिनों सदाकत के पकड़े जाने के बाद हुआ था। सोमवार को पूरा छात्रावास ही सील कर दिया गया। पुलिस कार्रवाई से पहले ही अवैध रूप से रहने वाले आपराधिक प्रवृत्ति के युवक कमरों में ताला बंद करके भाग निकले थे।
जिला और पुलिस प्रशासन की टीम मुस्लिम बोर्डिंग हाउस (एमबी) छात्रावास में सोमवार दोपहर को कार्रवाई करने पहुंची। तीन घंटे में पुलिस ने छात्रों को कमरे से निकाल कर हॉस्टल के 110 कमरों में ताला लगा दिया। यह कार्रवाई दोपहर दो से पांच बजे के मध्य की गई। जिन कमरों में अंतवासी रह रहे थे, उनको सामान सहित बाहर निकालकर कमरे सील कर दिए गए। कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस फोर्स मौजूद रही।
हॉस्टल अधीक्षक ने नोटिस जारी कर पांच मार्च तक सभी छात्रों को हॉस्टल खाली करने के लिए कहा था। यह फैसला हॉस्टल प्रबंधन की बैठक में वर्तमान हालत को देखते हुए लिया गया। छह मार्च यानी सोमवार से ईद तक हॉस्टल बंद रहेगा। दरअसल, उमेश पाल की हत्या की साजिश मुस्लिम छात्रावास के कमरा नंबर 36 में रची गई थी। हत्याकांड का साजिशकर्ता सदाकत खान कमरा नंबर 36 में अवैध रूप से रहकर तमाम अन्य आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहता था। आरोप है कि सदाकत ने उमेश पाल हत्याकांड में शामिल शूटर गुलाम ने साथ मिलकर छात्रावास के कमरे में अतीक गैंग के साथ बैठक कर हत्या की साजिश रची थी।
एसटीएफ ने उसे नेपाल भागने से पहले ही गोरखपुर से गिरफ्तार कर लिया था। सदाकत की तरह मुस्लिम छात्रावास के 65 कमरों में अवैध कब्जा था। पुलिस और एसटीएफ ने वहां पर छापामारी शुरू की तो वैध-अवैध अंतवासी ताला बंद कर पुलिस से दूरी बना लिए। बताया जा रहा है कि सदाकत का इतना आतंक था कि हॉस्टल प्रशासन जानकारी मिलने के बाद भी उससे कमरा खाली नहीं करा पाया था।
हॉस्टल में 15 कमरों में अंतवासी थे
सोमवार दोपहर करीब दो बजे पुलिस-पीएसी के जवान और अफसर छात्रावास पहुंचे। डीसीपी नगर दीपक भूखर और एसीपी शिवकुटी राजेश यादव ने कमान संभाली और सीलिंग की कार्रवाई शुरू की। छात्रावास के बरामदे और लॉन में पुलिस के जवान तैनात कर दिए गए थे। करीब 15 कमरों में अंतवासी रह रहे थे, जिनको तत्काल सामान लेकर बाहर जाने को कहा गया।
रेलवे स्टेशन पर रात गुजारने को मजबूर छात्र
कार्रवाई को लेकर घबराए छात्रों ने कहा कि वह वैध रूप से रह रहे थे, पर हमे भी निकाल दिया गया। अब अचानक निकाले जाने के कारण रात गुजारने को लेकर संकट खड़ा हो गया है। निकाले गए अंत वासियों के सामान का ढेर छात्रावास के बाहर देखने को मिला। बोरे में कॉपी-किताब, लैपटॉप, कपड़े, बर्तन लेकर वे पैदल ही सड़क तक पहुंचे और वहां से रवाना हुए। उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशन पर ही रात गुजारनी पड़ेगी। छात्रावास को भले ही सील कर दिया गया, लेकिन अभी भी वहां पर छात्रों का सामान रखा है।
डीएम संजय कुमार खत्री ने बताया कि मुस्लिम बोर्डिंग हाउस के अधीक्षक की ओर से पत्र आया था। जिसके क्रम में मजिस्ट्रेट को नामित करके सभी कमरे सील कर दिए गए हैं।