केदारनाथ-बदरीनाथ चारधाम यात्रा पर बीमार-बुजुर्गों को हेल्थ की हो रही टेंशन, न हाें परेशान स्वास्थ्य सेवाएं के लिए यह बना प्लान
अगर आप केदारनाथ-बदरीनाथ सहित चारधाम यात्रा पर जा रहे हैं और आपको अपनी हेल्थ की चिंता है तो आप बिल्कुल भी परेशान न हो। केंद्र व उत्तराखंड सरकार ने बुजुर्ग और बीमार तीर्थ यात्रियों को यात्रा रूट पर उम्दा स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए कारगर नीति बनाई है। आपको बता दें कि बदरीनाथ, केदारनाथ सहित चारधाम यात्रा में यूपी, बिहार, मध्य प्रदेश सहित देश और विदेश से भारी संख्या में तीर्थ यात्री दर्शन को उत्तराखंड आते हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा कि केंद्र सरकार जल्द ही देश भर से चारधाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए एक मजबूत स्वास्थ्य सहायता और आपातकालीन प्रबंधन के लिए बुनियादी ढांचा तैयार करने जा रही है। तीन स्तरीय संरचना की मदद से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि चिकित्सा की दृष्टि से तीर्थयात्रियों को उनकी यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सहायता मिल सके। यात्रा रूट पर जगह-जगह एंबुलेंस भी तैनात रहेगी।
उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया से मुलाकात की। रावत ने केंद्रीय मंत्री को कठिन मार्ग के साथ, तीर्थयात्रियों के सामने आने वाली स्वास्थ्य चुनौतियों की जानकारी दी। डॉ. मंडाविया ने केंद्र से पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया और कहा कि आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए सर्वोत्तम संभव स्वास्थ्य देखभाल और स्वास्थ्य आपातकालीन बुनियादी ढांचा प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अग्रिम एंबुलेंस और स्ट्रोक वैन के एक मजबूत नेटवर्क की योजना यह सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई है कि स्ट्रोक प्रबंधन व उपचार स्वास्थ्य सुविधा के रास्ते में शुरू हो सके। उन्होंने कहा कि ये एंबुलेंस यात्रा मार्ग के विभिन्न बिंदुओं पर तैनात रहेंगी। देश भर के मेडिकल कॉलेजों के पीजी छात्रों को मजबूत हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर के हिस्से के रूप में तैनात करने का प्रस्ताव है, जो पहले उत्तरदाताओं के रूप में कार्य करेंगे।
दवाएं मुहैया कराने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल होगा
यात्रा के ऊंचे इलाकों में आपातकालीन दवाएं मुहैया कराने के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जाएगा। हाल ही में पूर्वोत्तर क्षेत्र में कोविड-19 टीकों के परिवहन के लिए ड्रोन का सफलतापूर्वक उपयोग किया गया है, केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री गढ़वाल हिमालय में 10000 फुट से ऊपर स्थित हैं। हाल ही में एम्स ऋषिकेश ने दवाइयां देने और लेने के लिए ड्रोन सेवा शुरू की है।