भारत में कौन होगा अमेरिकी राजदूत? इस नाम पर लगभग लगी मुहर, 2 साल से खाली है पद
वॉशिंगटन
भारत में लगभग 2 सालों से खाली पड़े राजदूत के पद पर नियुक्ति के लिए अमेरिकी भी कवायद तेज कर दी है। खबर है कि अमेरिका में फॉरेन रिलेशन्स कमेटी ने राष्ट्रपति जो बाइडेन की तरफ से नामित किए गए एरिक गार्सेटी के नाम पर मुहर लगा दी है। कमेटी ने उनके पक्ष में मतदान किया। हालांकि, अभी अमेरिकी सीनेट में इसे लेकर मतदान होना बाकी है।
गार्सेटी लॉस एंजिलिस के पूर्व मेयर हैं। पैनल ने 13-8 के मतदान से उनके नामांकन का समर्थन किया। गार्सेटी के नाम पर मुहर लगाते हुए कमेटी ने कहा कि भारत में राजदूत की नियुक्ति करने का मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। खास बात है कि बीते साल भी गार्सेटी के नाम पर कमेटी ने मंजूरी दे दी थी, लेकिन उनके स्टाफ सदस्य पर आरोपों के चलते नियुक्ति नहीं हो सकी थी। 52 वर्षीय गार्सेटी को राष्ट्रपति बाइडेन ने साल 2021 में नॉमिनेट किया था। हालांकि, उस दौरान डेमोक्रेट्स के पास पर्याप्त समर्थन नहीं होने के चलते उनकी नियुक्ति नहीं हो सकी थी। लॉस एंजिलिस में मेयर के कार्यकाल के दौरान उनके स्टाफ के सदस्य पर लगे यौन दुर्व्यवहार के आरोपों के चलते उनके नामांकन का विरोध हुआ था। सीनेटर चक ग्रेसली की तरफ से एक रिपोर्ट भी जारी की गई थी। रिपोर्ट में कहा गया था कि इस बात की संभावनाएं हैं कि गार्सेटी को उनके पूर्व चीफ ऑफ स्टाफ रिक जैकब्स पर लगे आरोपों की जानकारी थी।
डेमोक्रेटिक सांसद ने बताया था शर्मनाक
भाषा के अनुसार, अमेरिका के शीर्ष डेमोक्रेटिक सांसद मार्क वार्नर ने हाल ही में कहा था कि भारत में दो साल से अधिक समय से अमेरिकी राजदूत का न होना शर्मिंदगी की बात है। उन्होंने सुझाव दिया था कि अगर मौजूदा दावेदार एरिक गार्सेटी अपनी नियुक्ति के लिए सीनेट की पुष्टि के लिए पर्याप्त वोट हासिल नहीं कर पाते हैं, तो 'उतने ही योग्य' किसी अन्य उम्मीदवार के नाम पर विचार किया जाना चाहिए।
शीर्ष डेमोक्रेटिक सांसद ने कहा, 'हमारे भारतीय मित्रों ने एक और बात कही कि आप (भारत के साथ मजबूत संबंधों के बारे में) इतनी बातें करते हैं, लेकिन (भारत में) आपका राजदूत ही नहीं है। अब यह मुद्दा (गार्सेटी के नामंकन की पुष्टि) घरेलू राजनीति में फंस गया है, लेकिन मुझे लगता है कि हम सभी यह चाहते हैं कि राष्ट्रपति द्वारा नामित गार्सेटी की नियुक्ति की पुष्टि के लिए मतदान की आवश्यकता है।'