12 मार्च रंगपंचमी पर इंदौर में निकलेगी गेर, उत्सव को ऐतिहासिक बनाने की तैयारियां पूरी
इंदौर
मध्य प्रदेश के इंदौर में इस बार रंगों के उत्सव को ऐतिहासिक बनाने की तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं. 12 मार्च को रंगपंचमी पर राजबाड़ा के सामने जब पारंपरिक गेर निकलेगी, तो वो बेहद दिलचस्प होगी. दरअसल यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में इंदौर की गेर होली को शामिल कराने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, इसी के तहत इस बार इसे और ऐतिहासिक बनाया जाएगा. प्रशासन ने विभिन्न माध्यमों से दस्तावेज भी जुटा लिए हैं.
इस अवसर पर इंदौर टूरिज्म प्रमोशनल काउंसिल फोटोग्राफी प्रतियोगिता भी आयोजित कर रही है. गेर आयोजकों ने एक बैठक में इसकी तैयारियों पर चर्चा कर ली है. बैठक में तय किया गया कि इस बार गेर होली परंपरागत मार्गों से ही निकाली जाएगी. वहीं, कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने कहा कि गेर को विश्व धरोहर सूची में शामिल कराने के लिए पुराने फोटोग्राफ और वीडियो सहित अन्य दस्तावेज का संग्रहण किया जा रहा है.
सीसीटीवी से होगी निगरानी
पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र ने बताया कि सीसीटीवी और अन्य माध्यमों से गेर होली की निगरानी रखी जाएगी. महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान भी दिया जाएगा. इन्दौर की टोरी कॉर्नर महोत्सव समिति, संगम कॉर्नर, मॉरल क्लब, रसिया कॉर्नर, राधाकृष्ण फाग यात्रा, हिंद रक्षक मंडल की श्रीकृष्ण फाग यात्रा, संस्था संस्कार, बाणेश्वर समिति और माधव फाग यात्रा गेर निकालेंगी. इसके अलावा अन्य क्षेत्रों में भी फाग यात्राएं निकलेंगी. इंदौर में रंगपंचमी पर निकलने वाली गेर होली की परम्परा को आगे बढ़ाने के साथ ही इंदौर के पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से गेर को वर्ल्ड हेरिटेज में दर्जा दिलाने के लिए प्रयास किया जा रहा है.
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि जिस प्रकार से इंदौर देश व विदेश में स्वच्छता के लिए पहचाना जाता है, उसी प्रकार से इंदौर में रंग पंचमी पर निकलने वाली गेर होली को भी विश्व में वर्ल्ड हेरिटेज की सूची में शामिल किए जाने के प्रयास करने पर भी चर्चा की गई है. इस बार गेर में निगम की संदेश वाली झांकी निकालने के लिए निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही रंग पंचमी के पूर्व मार्ग का मौका निरीक्षण कर निगम स्तर से किए जाने वाले कामों को पूरा करने को कहा गया है. निगम द्वारा स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत राजबाडा, गोपाल मंदिर व आसपास के क्षेत्र में किए जीर्णोद्धार व नवीनीकरण कामों को दृष्टिगत रखते हुए गेर के दौरान रंगों व पानी से बचाव के लिए पर्याप्त रूप से कवर करने व सुरक्षित करने के भी निर्देश दिए गए हैं.