24 साल बाद अमेठी में सपा उतारेगी अपना उम्मीदवार
अमेठी
2024 लोकसभा चुनाव के पहले कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका मिल सकता है। इसके संकेत अमेठी सीट पर समाजवादी पार्टी की बढ़ती सक्रियता से मिल रही है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव खुद अमेठी की जानकारी जुटा रहे हैं।
कांग्रेस के गढ़ में पहले भाजपा ने लगाया सेंध
बताते चलें कि कांग्रेस की इस सुरक्षित सीट पर अब भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है। बीते दिन अमेठी पहुंचे अखिलेश यादव ने एक टिप्पणी कर राजनीतिक हलचल को तेज कर दिया है।
अमेठी दौरे पर अखिलेश यादव की टिप्पणी
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अमेठी दौरे के दौरान कहा अमेठी में गरीब महिलाओं की दुर्दशा देखकर मन बहुत दुखी हुआ। यहां हमेशा VIP जीते और हारे हैं, फिर भी यहां ऐसा हाल है तो बाकी प्रदेश का क्या कहना। अगली बार अमेठी बड़े लोगों को नहीं, बड़े दिलवाले लोगों को चुनेगा। सपा अमेठी से गरीबी हटाने की कसम खाती है।
2019 के चुनाव में राहुल गांधी को भाजपा का झटका
साल 2019 लोकसभा चुनाव में राहुल को भाजपा के टिकट पर मैदान में उतरीं स्मृति ईरानी ने हरा दिया था। हालांकि, राहुल केरल की वायनाड सीट से जीतकर लोकसभा पहुंच गए थे।
2024 के चुनाव में कांग्रेस सपा में रहेगी दूरी
समाजवादी पार्टी पहले ही साफ कर चुकी है कि इस बार कांग्रेस या बहुजन समाज पार्टी के साथ 2014 में चुनाव नहीं लड़ेगी। 2024 का चुनाव समाजवादी पार्टी अपने गठबंधन के साथ लड़ने जा रही है। फिलहाल सपा राष्ट्रीय लोक दल के साथ है।
अखिलेश यादव ने अमेठी जनपद की मांगी जानकारी
अमेठी जिले के दौरे पर अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव की जानकारी मांगी है। हालांकि पार्टी ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की रायबरेली को लेकर कोई फैसला नहीं किया है।
24 साल पहले सपा ने उतारे से उम्मीदवार
सपा ने आखरी बार अमेठी सीट से साल 1999 में उम्मीदवार उतारा था। उस दौरान कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी पहली बार चुनाव लड़ रही थीं। एक ओर जहां कांग्रेस के खाते में 67 फीसदी मत मिले थे, तो सपा उम्मीदवार को 2.67 प्रतिशत वोट मिले थे। इसके बाद सपा ने 2004 में राहुल गांधी को वाकओवर दे दिया था।