November 28, 2024

सिसोदिया और सत्येंद्र के ‘भरत’ AAP की योजानाओं को देंगे रफ्तार, दोनों के सामने ये 5 बड़ी चुनौतियां

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नई दिल्ली
अरविंद केजरीवाल की कैबिनेट में शामिल होने के बाद स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज और शिक्षा मंत्री आतिशी आज अपने-अपने कार्यभार संभालेंगे। इस मौके पर दोनों मंत्रियों ने कहा कि वह मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन द्वारा शुरू की गई महत्वपूर्ण योजनाओं को रफ्तार देंगे। सौरभ भारद्वाज और आतिशी ने शपथ ग्रहण के बाद कहा कि पूर्व उपमुख्यमंत्री सिसोदिया और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन वनवास पर हैं। उन्होंने अपनी तुलना 'भरत' से करते हुए कहा कि हमारी प्राथमिकता सिसोदिया व जैन की अनुपस्थिति में उनके कामों को आगे बढ़ाना है। उम्मीद है कि वह जल्द वापस आएंगे और अपनी जिम्मेदारी संभालेंगे।

भारद्वाज को कुल सात विभागों का प्रभार मिला है, जिसमें स्वास्थ्य, शहरी विकास, जल, उद्योग आदि शामिल हैं। यह सभी सत्येंद्र जैन के प्रमुख विभागों में से एक है। वहीं, आतिशी को कुल छह विभाग मिले हैं। इसमें पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के प्रमुख विभाग जैसे शिक्षा, लोक निर्माण विभाग, पर्यटन, ऊर्जा विभाग आदि शामिल हैं।

शपथ ग्रहण समारोह के बाद मीडिया से बातचीत में सौरभ भारद्वाज ने कहा कि केंद्र सरकार की साजिश के तहत हमारे आदर्श मनीष सिसोदिया व सत्येंद्र जैन को जेल में डाला गया है। उन कठिन परिस्थितियों में हमें उनका काम संभालना पड़ रहा है, मगर जिस तरह भगवान श्रीराम के 14 साल वनवास पर जाने के बाद छोटे भाई भरत ने उनके पीछे जिम्मेदारी संभाली, उसी तरह आज हम दोनों भी उनकी जिम्मेदारी संभालेंगे।

आतिशी ने कहा कि हमारे दो वरिष्ठ नेता झूठे आरोपों में जेल में हैं। यह मुश्किल परिस्थिति है और इसमें उनकी जिम्मेदारियां हमें संभालने को मिली है। भरत ने भगवान श्रीराम की खड़ाऊ सिंहासन पर रखकर कामकाज संभाला था। सिसोदिया और जैन की छोटी बहन होने के नाते मैं उनके कार्यभार को संभालूंगी।

दोनों नए मंत्रियों के सामने पांच बड़ी चुनौतियां

शिक्षा : विभाग की योजनाओं को पहले की तरह जारी रखने के साथ स्कूल ऑफ एक्सीलेंस, खेल विश्वविद्यालय के विस्तार को आगे बढ़ाना भी नए शिक्षा मंत्री के सामने चुनौती होगी। शिक्षा की कई योजनाएं और नए स्कूलों के निर्माण समेत अन्य योजनाओं को आगे बढ़ाना होगा।

ऊर्जा : दिल्ली सरकार मुफ्त बिजली के लिए सब्सिडी योजना चलाती है। सरकार ने बीते साल इसे वैकल्पिक बनाते हुए सब्सिडी पाने के लिए आवेदन अनिवार्य कर दिया। यह हर वित्तीय वर्ष में करना होगा। नया वित्तीय वर्ष अगले महीने से शुरू होने वाला है।

उद्योग : दिल्ली सरकार के रोजगार बजट की कई योजनाएं इसी विभाग के अंतर्गत आती हैं। अभी भी वह योजनाएं जमीन पर नहीं उतर पाई हैं। उन्हें धरातल पर उतारना चुनौती होगी।

स्वास्थ्य : मोहल्ला क्लीनिक का विस्तार, निर्माणाधीन अस्पताल को पूरा करना जो देरी से चल रहे हैं, हेल्थ मैनेजमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम को लागू करना समेत कई योजनाओं को जमीन पर उतारना।

जल : दिल्ली में 24 घंटे पानी के साथ यमुना की सफाई योजना के लिए सीवर नेटवर्क का विस्तार बड़ी योजनाएं हैं। इन्हें लेकर सरकार कई योजनाएं हैं, जिसे जमीन पर उतारना होगा।

किस मंत्री के पास कौन से विभाग

कैलाश गहलोत : विधि न्याय एवं विधायी कार्य, परिवहन, प्रशासनिक सुधार, सूचना और प्रौद्योगिकी, राजस्व, वित्त, योजना, गृह, व अन्य विभाग।

आतिशी : महिला एवं बाल विकास, शिक्षा, लोक निर्माण विभाग, ऊर्जा, पर्यटन व कला एवं संस्कृति विभाग।

सौरभ भारद्वाज : शहरी विकास, जल, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण, सतर्कता, सेवा, स्वास्थ्य व उद्योग।

गोपाल राय : वन एवं पर्यावरण, सामान्य प्रशासन विभाग व विकास विभाग।

राजकुमार आनंद : गुरुद्वारा चुनाव, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति, समाज कल्याण, सहकारिता, भूमि एवं भवन, श्रम विभाग, रोजगार।

इमरान हुसैन : खाद्य एवं आपूर्ति और चुनाव।

कैलाश गहलोत बजट पेश करेंगे

दिल्ली सरकार का बजट इस बार कैलाश गहलोत पेश करेंगे। दो नए मंत्रियों को चार-चार विभाग तो दिए, लेकिन मनीष सिसोदिया का वित्त विभाग पहले की तरह कैलाश गहलोत के पास रहेगा। वर्तमान में सबसे अधिक प्रभार गहलोत के पास है। दूसरे नंबर पर राजकुमार आनंद व सौरभ भारद्वाज के पास सात विभाग हैं। गोपाल राय व इमरान हुसैन के विभागों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

शिक्षा और स्वास्थ्य की अहम जिम्मेदारी क्यों मिली

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कैबिनेट मंत्री कैलाश गहलोत व राजकुमार आनंद से चार-चार विभाग वापस लेकर उनकी जिम्मेदारी अपने नवनियुक्त मंत्रियों को दी है। यह सभी विभाग सरकार के लिए बेहद अहम हैं। इनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, लोक निर्माण विभाग के साथ ऊर्जा भी शामिल है। आतिशी को शिक्षा, लोक निर्माण विभाग, ऊर्जा व पर्यटन की जिम्मेदारी दी है। चार में से तीन सीधे सिसोदिया के विभाग हैं। आतिशी मनीष के साथ बतौर सलाहकार लंबे समय से काम कर रही हैं तो वह इन विभागों को अच्छे से समझती हैं। यही वजह है कि उन्हें शिक्षा, ऊर्जा, लोक निर्माण विभाग जैसे अहम विभाग दिए हैं। वहीं, भारद्वाज को सत्येंद्र जैन के स्वास्थ्य, उद्योग, जल व शहरी विकास की जिम्मेदारी दी गई है। वह पहले भी मंत्री रह चुके हैं और सत्येंद्र जैन के विभागों के साथ नजदीकी से काम किया है, तो उन्हें इसका फायदा मिला है। वहीं, पिछले कुछ समय से जल बोर्ड के उपाध्यक्ष भी हैं तो उन्हें जल मंत्री का काम भी दिया है।

 

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