भारत की तीनों सेनाओं ने रोका ALH ध्रुव का संचालन, मुंबई हादसे पर हुआ फैसला
मुंबई
अभी दो दिन पहले मुंबई तट पर भारतीय नौसेना का ALH ध्रुव हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी। उसमें मौजूद सभी क्रू मेंबर को सुरक्षित बचा लिया गया। अब भारत की सेनाओं को ALH ध्रुव हेलीकॉप्टर के संचालन को रोकने का आदेश दिया गया है। ये आदेश अस्थायी है। घटना के कारणों की जांच की जा रही, ऐसे में एहतियाती उपाय मिलने तक इस अस्थायी आदेश को जारी किया गया है।
दरअसल ALH का इस्तेमाल भारतीय तटरक्षक बल के साथ भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना कर रही है। मामले में एक रक्षा अधिकारी ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि जब तक जांचकर्ताओं को मुंबई तट पर घटना के कारण का पता नहीं चलता, तब तक इस हेलीकॉप्टर के अभियान को रोकने का फैसला लिया गया है। ये हेलीकॉप्टर पूरी तरह से भारत में निर्मित हैं और इनका इस्तेमाल हथियार, सामग्री, जवानों को एक जगह से दूसरे जगह लाने-ले जाने के लिए किया जाता है।
मामले में एचएएल के एक अधिकारी ने कहा कि उन्होंने ने पहले ही कदम उठा लिए हैं। वो तीनों सेनाओं और कोस्ट गार्ड के साथ मिलकर इस दिशा में काम कर रहे। साथ ही उनकी कोशिश ये सुनिश्चित करने की है कि ALH ध्रुव बेड़ा पूरी तरह से ऑपरेशनल रहे। ये देश के अलग-अलग हिस्सों में तैनात हैं। उनकी टीम को उम्मीद है कि जल्द ही ये बेड़ा फिर से उड़ान भरेगा।
इमरजेंसी फ्लोटेशन गियर से बची जान
आपको बता दें कि हेलीकॉप्टर मुंबई के तट पर नियमित उड़ान पर था। तभी पायलट को अचानक बिजली की कमी और तेजी से ऊंचाई कम होने का अनुभव हुआ। उसने तुरंत एटीसी को इमरजेंसी मैसेज भेजे और इमरजेंसी फ्लोटेशन गियर एक्टिवेट किए। हेलीकॉप्टर समुद्र में गिरा, लेकिन इस गियर की वजह से वो पानी पर तैरता रहा। बाद में पहुंचे बचाव दल ने क्रू को बाहर निकाला। साथ ही हेलीकॉप्टर को भी निकाल लिया गया।