फर्जीवाड़ा: विदेश में दिखाया नौकरी का सपना, होश में ठग लिए 60 लाख, 130 बेरोजगार हुए शिकार
पटना
बिहार की राजधानी पटना में विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है। जिसके शिकार 130 बेरोजगार हुए है। विदेश में नौकरी दिलवाने के नाम पर 130 बेरोजगारों से 60 लाख रुपये की ठगी कर ली गयी। पीड़ित युवकों ने एसके पुरी थाने में शिकायत दर्ज करवायी है। करीब तीन दर्जन पीड़ित शुक्रवार को थाने पहुंचे और पुलिस को पूरी बात बतायी।
पैसा लेकर दफ्तर पर लगाया ताला
ठगों का दफ्तर बोरिंग रोड स्थित अपूर्वा राधा कांप्लेक्स में था। एक साथ कई युवकों का पासपोर्ट व रुपये लेकर ठगों ने दफ्तर में ताला लगा दिया और वहां से भाग निकले। एसके पुरी के थानेदार धीरज कुमार ने बताया कि पुलिस ठगी मामले की छानबीन कर रही है। ठगों ने कमीशन पर बहाल कर रखे थे एजेंट बेरोजगारों से ठगी करने के लिये जालसाजों ने कहीं भी विज्ञापन नहीं दिया था। उन्होंने एजेंट बहाल कर रखे थे।
एजेंटों को कमीशन, बेरोजगारों से ठगी
एजेंटों को बाकायदा कमीशन दी जाती थी। उनकी जिम्मेदारी बेरोजगारों को अपने जाल में फांसकर बोरिंग रोड स्थित ठगों के दफ्तर तक लाने की थी। एजेंट विदेशों में नौकरी करने के इच्छुक युवकों को तलाशते थे। वे लॉज, हॉस्टल व शैक्षणिक संस्थानों के आसपास घूमते थे। पीड़ित युवकों ने बताया कि कंपनी के निदेशक का नाम यशवंत है। उसने अतुल, रोहित व अन्य को को एजेंट के रूप में बहाल कर रखा था। इन सभी को ठग को-आर्डिनेटर कहते थे।
वीजा, पासपोर्ट, फ्लाइट टिकट के नाम पर वसूले पैसे
वीजा व फ्लाइट टिकट के नाम पर लेते थे रुपये जाल में फंसने वाले युवकों से ठग पासपोर्ट बनाने, वीजा और फ्लाइट टिकट के नाम पर रुपये वसूलते थे। इसके अलावा उन्हीं युवकों से कहा जाता था कि अगर उनकी नजर में और कोई विदेश में नौकरी करना चाहता है तो वह उसे दफ्तर में ला सकते हैं। उन्हें भी ठग कमीशन का झांसा देते थे। कई युवकों ने ठगों की बात मान ली और अपने करीबियों से भी नौकरी के एवज में रुपये दिलवा दिये।