मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है. गांधी किसी ने माफी नहीं मांगते-राहुल गांधी
नईदिल्ली
लोकसभा सदस्यता छिन जाने के बाद पहली बार राहुल गांधी ने कांग्रेस मुख्यालय (Rahul gandhi press conference) में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि स्पीकर ने उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया। दो बार खत लिखा, तीसरी बार मिला भी लेकिन वो कहते हैं कि कुछ नहीं कर सकता।
मोदी सरनेम पर माफी को लेकर पूछे सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि मैं किसी से नहीं डरता हूं। सावरकर नहीं गांधी हूं। उन्हें सूरत सेशंस कोर्ट ने दोषी करार दिया है. हालांकि अभी उनके पास ऊपर की अदालत में अपील करने का विकल्प है. इधर राहुल के खिलाफ इस ऐक्शन पर कांग्रेस ने कहा कि यह भारतीय लोकतंत्र की स्थिति के बारे में दुनिया को एक बहुत ही खराब संकेत भेज रहा है.
उन्होंने आरोप लगाया कि स्पीकर ने उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया। दो बार खत लिखा, तीसरी बार मिला भी लेकिन वो कहते हैं कि कुछ नहीं कर सकता। मोदी सरनेम पर माफी को लेकर पूछे सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि मैं किसी से नहीं डरता हूं। सावरकर नहीं गांधी हूं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को लोकसभा से अयोग्य ठहराए जाने के बाद पहली बार एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया और कहा कि उन्होंने संसद में अडानी के संबंध में केवल एक प्रश्न पूछा था। " मैंने केवल एक सवाल पूछा। अडानी जी का मुख्य काम व्यवसाय है, लेकिन पैसा उनका नहीं है। मैं केवल यह जानना चाहता था कि यह 20,000 करोड़ रुपये किसका है। मैंने मीडिया रिपोर्टों से जानकारी ली। पीएम नरेंद्र मोदी और अडानी के बीच संबंध नया नहीं है। यह तब से शुरू हुआ जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। मैंने हवाई जहाज पर बैठे नरेंद्र मोदी की फोटो दिखाई। लेकिन, मेरा भाषण हटा दिया गया। मैंने स्पीकर को एक विस्तृत पत्र लिखा।"
राहुल गांधी ने कहा, "उसके बाद, भाजपा के सदस्य मेरे बारे में झूठ बोलने लगे कि मैंने विदेशी मदद मांगी। यह सबसे हास्यास्पद बयान है। इसके बजाय, मैंने पूछा कि यह भारत की समस्या है। मैंने स्पीकर को लिखा कि मुझे संसद में बोलने का मौका दिया जाए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मैंने दो बार खत लिखे। मिला भी लेकिन, उन्होंने कहा कि वो कुछ नहीं कर सकते। हां उन्होंने मुझे अपने साथ एक कप चाय पीने के लिए जरूर कहा।"
गांधी कभी माफी नहीं मांगता… मैं सावरकर नहीं हूं
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने के विरोध में देशभर में प्रदर्शन होने रहे हैं. इस पर उन्होंने कहा- मुझे समर्थन देने के लिए मैं सभी विपक्षी दलों को धन्यवाद देता हूं, हम सब मिलकर काम करेंगे. उन्होंने माफी मांग के सवाल पर कहा- मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है. गांधी किसी ने माफी नहीं मांगते.
माफी नहीं मांगूगा
राहुल गांधी से मोदी सरनेम को लेकर सवाल पूछा गया कि उन्होंने उस बयान को लेकर माफी क्यों नहीं मांगी। इस पर राहुल ने कहा कि मैं किसी से नहीं डरता। सावरकर नहीं गांधी हूं। मुझे इससे कोई नहीं फर्क नहीं पड़ता कि मैं सदन के अंदर हूं या बाहर। मैं अपनी आवाज लगातार उठाता रहूंगा।
मेरी स्पीच से डर गए हैं
राहुल ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी मेरी स्पीच से डर गए। मैं अपनी अगली स्पीच में गौतम अडानी पर बयान देने वाला था लेकिन, मुझे बोलने नहीं दिया गया। ऐसा इसलिए किया गया क्योकि पीएम मोदी मुझसे डर गए। राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें अयोग्य घोषित किया गया है क्योंकि पीएम मोदी अडानी पर अपने अगले भाषण से डरे हुए हैं। राहुल गांधी ने कहा, "मैंने इसे उनकी आंखों में देखा है।" कहा, "मैं यहां लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए हूं। मैं उनसे डरता नहीं हूं। यह मेरे इतिहास में नहीं है। मैं पूछता रहूंगा कि अडानी और नरेंद्र मोदी के बीच क्या संबंध है।"
मोदी की घबराहट से विपक्ष को मदद मिलेगी
राहुल गांधी को समर्थन देने वाले सभी विपक्षी दलों को धन्यवाद देते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि पीएम मोदी की घबराहट बताती है कि विपक्ष एकजुट है। इससे विपक्ष को सबसे ज्यादा फायदा होगा। राहुल गांधी ने कहा, 'हम मिलकर काम करेंगे।
देश में ओबीसी का मामला नहीं है
राहुल गांधी ने कहा- देश में ओबीसी का मामला नहीं है. ये अडानी और मोदीजी के रिश्ते का मामला है. भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दिए गए मेरे बयानों को अगर आप देखेंगे तो मैंने कभी भी ऐसी बात नहीं कही है. मैंने हर वर्ग को एकजुट होने के लिए बात कही. उन्होंने कहा- सब एक हैं, देश में भाईचारा हो.
स्पीकर पर गंभीर आरोप
राहुल गांधी ने स्पीकर ओम बिरला पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होने कहा कि स्पीकर को दो-दो बार खत लिखे। लेकिन, मुझे बोलने नहीं दिया। मैं उनसे मिला मैं उनसे पूछा कि मुझे बोलने क्यों नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने मुझसे मुस्कुराते हुए कहा, मैं कुछ नहीं कर सकता।
पीएम मुझसे डर गए, इसलिए सदस्यता गई
राहुल गांधी ने कहा कि मेरी लोकसभा सांसदी इसलिए रद्द की गई क्योंकि पीएम मोदी मेरी अगली स्पीच को लेकर डरे हुए हैं। मैं उनकी और गौतम अडानी के बीच रिश्ते पर लगातार बोलता रहा हूं। मेरी अगली स्पीच गौतम अडानी पर होने वाली थी। मेरी आवाज को दबाने के लिए ऐसा किया गया। लेकिन, मैं अपनी तपस्या जारी रखूंगा। चुप नहीं रहूंगा। मुझे डरा और धमकाकर चुप नहीं कराया जा सकता। चाहे मेरी लोकसभा सदस्यता रहे या न रहे। मैं अपनी आवाज को जनता तक पहुंचाता रहूंगा।
विपक्षी एकता पर बोले राहुल
इस मौके पर राहुल गांधी ने कहा कि विपक्षी दलों और नेताओं ने इस मुद्दे पर उनका साथ दिया है। इसके लिए वो सभी के आभारी हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र की तानाशाही के खिलाफ विपक्ष को एकजुट होने का वक्त है। हमें मिलकर काम करना होगा।
राहुल गांधी के साथ उनके साथ कांग्रेस शासित राज्यों के दो सीएम भी रहे। प्रेस कांफ्रेस के वक्त राहुल के साथ अशोक गहलोत और भूपेश बघेल हैं।