जीवन के हर संकट को टालने रामनवमी पर करें प्रभु श्रीराम के इस स्त्रोत का पाठ
कई बार ऐसा होता है कि मनुष्य किसी ऐसी परिस्थिति में फंस जाता जिससे बाहर निकलने का मार्ग दिखाई नहीं देता. जब ऐसे हालातों में सभी उपाय विफल साबित होते हैं तब वह निराश हो जाता है. लेकिन, ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक ऐसी परिस्थिति में कुछ उपाय हैं, जिसको करने से हारी हुई बाजी भी पलट सकती है.
इन दिनों देश में चैत्र रामनवमी की धूम है. भगवान श्रीराम की विशेष पूजा आराधना इसी चैत्र रामनवमी में की जाती है. चैत्र नवरात्र की नवमी तिथि को भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था और भगवान राम के मंत्र तथा राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करने से मनुष्य के जीवन में आई समस्त बाधाएं समाप्त हो जाती हैं.
ऐसे करें राम रक्षा स्त्रोत का प्रयोग
कथावाचक जगतगुरु राम दिनेशाचार्य बताते हैं कि अगर आप समस्त बाधाओं से मुक्ति पाना चाहते हैं तो आप रामनवमी के दिन सुबह जल्दी उठकर ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करें. उसके बाद गणेश जी वंदना करें. बजरंगबली, माता जानकी सहित भगवान राम की पूजा आराधना करें. इतना ही नहीं उसके बाद 108 बार राम रक्षा स्त्रोत के पाठ का संकल्प लें.
जानिए धार्मिक मान्यता
कथावाचक जगतगुरु राम दिनेशाचार्य बताते हैं कि राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करने से जीवन की रक्षा होती है. जिनके इष्ट देवता भगवान श्रीराम हैं, उनको रामनवमी के दिन राम रक्षा स्त्रोत का जाप करना चाहिए. इतना ही नहीं, जिन्हें अपने जीवन के समस्त विकारों का शमन करना है, वे भी रामनवमी के दिन राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करें. इसके अलावा हवन भी करें. रामनवमी के लिए राम रक्षा स्त्रोत बहुत महत्वपूर्ण है.
पूरे दिन शुभ मुहूर्त
राम दिनेशाचार्य ने बताया कि चैत्र रामनवमी के पूरे दिन शुभ मुहूर्त है. इस दिन राम रक्षा स्त्रोत पाठ करने से जीवन में रक्षा मिलेगी. उन्होंने दावा कि यदि किसी भी शक्ति, किसी भी तंत्र प्रयोग के सामने राम रक्षा स्त्रोत कवच की तरह रहेगा. भूत-प्रेत आदि बाधाओं से मुक्ति मिलेगी.