अयोध्या में पुराने बस अड्डे की जगह बनेगा रामभक्तों के लिए रिसेप्शन काउंटर
अयोध्या
अयोध्या में पुराने बस अड्डे की भूमि पर रामभक्त दर्शनार्थियों के लिए रिसेप्शन काउंटर बनाया जाएगा। यह जमीन श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र लीज पर लेगा। भवन निर्माण समिति चेयरमैन व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पूर्व सलाहकार नृपेन्द्र मिश्र ने मंगलवार को एडीए उपाध्यक्ष व नगर आयुक्त विशाल सिंह से कहा कि पुराने बस अड्डे की जमीन ट्रस्ट को लीज पर देने का प्रस्ताव बोर्ड के जरिए शासन को भेज दीजिए।
उन्होंने कहा कि रिसेप्शन काउंटर का निर्माण तीर्थ क्षेत्र ही कराएगा। इसके बाद उन्होंने संबंधित कंपनी के आर्किटेक्ट जय कानीटकर से मुखातिब होते हुए रिसेप्शन काउंटर की डिजाइन का अवलोकन किया। इस डिजाइन में प्रस्तावित वीआईपी लाउंज को उन्होंने अनावश्यक बताते हुए संशोधन का निर्देश दिया। पुनः उन्होंने जन्मभूमि पर प्रस्तावित प्रवेश द्वार के बारे में जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिया कि पुलिस अधिकारियों से सलाह लेकर सुरक्षा कर्मियों की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। उन्होंने कहा कि सुरक्षा कर्मियों के लिए अलग स्थान नियत करने के बजाय प्रवेश द्वार के मध्य ही बैठने का प्रावधान करें।
रामजन्मभूमि परिसर के जल निकासी की हो वैकल्पिक व्यवस्था
भवन निर्माण समिति चेयरमैन मिश्र ने निरीक्षण में जानना चाहा कि रामजन्म भूमि परिसर की जल निकासी कैसे होगी। इस पर कमिश्नर गौरव दयाल ने बताया कि राम पथ में स्टार्म वाटर योजना में डक्ट बनाया जाएगा। इसी डक्ट से जन्मभूमि पथ के डक्ट को जोड़ा जाएगा। उन्होंने पूछा यह काम कब तक संभव होगा तो उन्हें बताया गया कि जून माह तक पूरा हो जाएगा तो चेयरमैन मिश्र ने चुटकी ली जैसा दिख रहा है, उससे तो एक साल में बन जाए तभी गनीमत है। उन्होंने कमिश्नर दयाल को वैकल्पिक व्यवस्था व्यवस्था तत्काल करने का निर्देश दिया।
जन्मभूमि पथ को जोड़ने वाला राम गुलेला मार्ग देखकर भी भड़के
निरीक्षण के दौरान राम गुलेला सम्पर्क मार्ग की ऊंचाई देखकर चेयरमैन मिश्र ने पूछा कि इस मार्ग को कैसे जोड़ेंग तो पता चला कि डीपीआर में इस मार्ग को शामिल करना अभी निश्चित नहीं किया गया। इस उत्तर से वह झुंझला गये और लोनिवि के अधिशासी अभियंता मुनीश कुमार से बोले अपने चीफ इंजीनियर से कह दो ज़रा एक बार यहां भी घूम जाए। इसके पहले जन्मभूमि पथ पर यूटिलिटी डक्ट व स्टार्म वाटर डक्ट के बाद अलग से सीवर लाइन बनाए जाने के विषय में सवाल जवाब के दौरान डीएम नीतीश कुमार ने कहा कि यह डिजाइन ली एसोसिएट ने बनाई थी।
ली एसोसिएट का नाम सामने आते ही कहा कि उसकी बात मत करिए। उसने वहीं किया जो विभाग ने चाहा। इस बीच सुग्रीव किला के पीछे हनुमानगढ़ी की जमीनों के अधिग्रहण किया जाना तय हो गया है। भवन निर्माण समिति चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्र ने बहुत साफ शब्दों में कमिश्नर गौरव दयाल से कहा कि सुरक्षा मामले में कोई समझौता नहीं हो सकता है। इसलिए जमीन अधिग्रहण कर जो भी निर्माण है उसे हटवा दिया जाए। निरीक्षण में तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपत राय, न्यासी डा. अनिल मिश्र, मंदिर निर्माण प्रभारी गोपाल राव, एसएसपी मुनिराज व अन्य मौजूद रहे।